बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के परिणामस्वरूप, मायावती को एक बार फिर से आगामी 5 वर्षों के लिए बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। इस बैठक में आकाश आनंद को पार्टी का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया हैं।
उत्तर प्रदेश: बहुजन समाज पार्टी की अगुवाई अगले 5 वर्षों के लिए एक बार फिर से मायावती के हाथों में रहने वाली है। लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में आज यानी मंगलवार (27 अगस्त 2024) को देश भर से पार्टी के पदाधिकारी एकत्र हुए, जिसके बाद बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन किया गया। बता दें अध्यक्ष के चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया था, जहां मायावती को एक बार फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। इस बैठक में आकाश आनंद को पार्टी का कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया हैं।
साल 2003 से बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं मायावती
जानकारी के मुताबिक बता दें कि बहन मायावती साल 2003 से बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्षता कर रही हैं। पिछले 21 वर्षों में मायावती के अलावा किसी और को पार्टी का अध्यक्ष नहीं बनाया गया। बैठक से पहले चर्चा थी कि उनके उत्तराधिकारी आकाश आनंद को प्रमुखता दी जा सकती है और कुछ लोग यह भी उम्मीद कर रहे थे कि मायावती राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी आकाश को सौंप सकती हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
बता दें मायावती पिछली कई वर्षों से पार्टी की अध्यक्ष हैं. वर्तमान में उनकी पार्टी अपने सबसे कठिन समय का सामना कर रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार मायावती की राजनीतिक स्थिति में सुधार होगा या फिर पार्टी की स्थिति जस की तस बनी रहेगी।
मायावती के पार्टी छोड़ने की खबरों पर लगा विराम
बहुजन समाज पार्टी (BSP) के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने अध्यक्ष पद के लिए मायावती के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकारिणी दल के नेताओं ने सहमति दी और मामले को आगे बढ़ाया। इससे पहले राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा थी कि मायावती राजनीति से संन्यास लेने की योजना बना रही हैं। हालांकि रिटायरमेंट की खबरों पर विराम लगाते हुए मायावती ने स्पष्ट किया कि वह सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं रखतीं। इस पर कोई सवाल उठता ही नहीं हैं।
आकाश आनंद को बनाया पार्टी का कोऑर्डिनेटर
मायावती के भतीजे आकाश आनंद की चर्चा करते हैं। पार्टी ने हमेशा आकाश आनंद को मायावती के अनुपस्थित रहने पर बीएसपी के उत्तराधिकारी के रूप में प्रस्तुत किया है। एक बार फिर से आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए पार्टी का समन्वयक और मायावती का उत्तराधिकारी घोषित किया गया है। आकाश आनंद के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय है। राजनीति में अपनी क्षमताओं को साबित करने के लिए उनके पास यह एक सुनहरा अवसर हैं।