दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना के आदेश पर गुरुवार (2 मई) को दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटाया गया। आरोप है कि आयोग अध्यक्ष ने LG की बिना मंजूरी के इन कर्मचारियों को को नियुक्त किया था।
Delhi Women Commission: दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने गुरुवार को महिला आयोग पर बड़ी कार्रवाई की है। उनके आदेश पर दिल्ली महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। आरोप लगा है कि दिल्ली महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने नियमों के खिलाफ जाकर बिना अनुमति के इन कर्मचारियों की नियुक्ति की थी।
LG सक्सेना ने आदेश में कहा
मिली जानकारी के अनुसार आदेश में कहा गया है कि DCW ने 223 पद सृजित करके और उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना कर्मचारियों को नियुक्त करके महिला आयोग (DCW) अधिनियम, 1994 के वैधानिक प्रावधानों और वित्त एवं योजना विभाग तथा GNCTD के विभिन्न स्थायी निर्देशों का अनुचित प्रयोग किया है, अर्थात अतिरिक्त कर्मचारियों की वास्तविक आवश्यकता या नियुक्ति करने के लिए कोई अध्ययन नहीं किया गया था।
स्वाति मालीवाल ने LG पर हमला बोला
महिला आयोग के कर्मचारियों को हटाने को लेकर AAP की राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने LG पर हमला बोला है। जिसके तहत उन्होंने कहा, ‘LG साहब ने दिल्ली महिला आयोग के सारे कॉन्ट्रेक्ट स्टाफ को हटाने का एक तुगलकी फरमान जारी किया है।
फ़िलहाल महिला आयोग में कुल 90 कर्मचारियों का स्टाफ है, जिसमें केवल 8 लोग सरकार द्वारा नियुक्त किए गए हैं। बाकी सब 3-3 महीने के कॉन्ट्रेक्ट पर नयुक्त हैं। अगर सभी स्टाफ को हटा दिया जाएगा, तो महिला आयोग बंद हो जाएगा। आगे कहा कि यह संस्था खून पसीने से बनी है। उसको स्टाफ और सरंक्षण देने के स्थान पर LG साहब उसे जड़ से खत्म कर रहे हैं।
अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिया था इस्तीफा
subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने जनवरी 2024 में DCW के पद से इस्तीफा दे दिया था। मालिवाल को आम आदमी पार्टी की सरकार ने 2015 में दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था। साथ ही पद पर रहते हुए उन्होंने महिलाओं से जुड़े कई बड़े मुद्दे उठाए।