जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कठुआ हत्याकांड पर हंगामा हुआ। कार्यवाही बाधित करने पर स्पीकर ने नेकां के दो विधायकों और आवामी पार्टी के विधायक शेख खुर्शीद को सदन से बाहर कर दिया।
Jammu Kashmir Assembly: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कठुआ के बनी क्षेत्र में हुई हत्याओं का मामला जोरशोर से उठा। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित हुई, जिससे स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने सत्ताधारी नेकां के दो विधायकों समेत कुल तीन विधायकों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया।
विधानसभा से बाहर किए गए विधायक
विधानसभा में कठुआ हत्याकांड पर बहस के दौरान नेकां के देवसर से विधायक पीरजादा फिरोज अहमद शाह ने अपने क्षेत्र के तीन लापता युवाओं की गुमशुदगी का मुद्दा उठाया और जांच की मांग की। इस दौरान, कंगन से नेकां विधायक मियां मेहर अली भी उनके समर्थन में प्रदर्शन करने लगे।
स्पीकर के समझाने के बावजूद जब दोनों विधायक शांत नहीं हुए, तो मार्शलों की मदद से उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया। इससे पहले, आवामी इतेहाद पार्टी के विधायक शेख खुर्शीद को भी हत्याकांड पर बहस की मांग को लेकर सदन में हंगामा करने के चलते बाहर निकाल दिया गया था।
पोस्टर लहराने वाले विधायक पर कार्रवाई
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कुछ अन्य हत्याओं की जांच की मांग कर रहे एक विधायक ने सदन में पोस्टर लहराना शुरू कर दिया। स्पीकर के निर्देश पर मार्शलों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पोस्टर को जब्त कर लिया और स्थिति को नियंत्रित किया।
विधानसभा के बाहर विधायक पीरजादा फिरोज अहमद का बयान
विधानसभा से निष्कासित किए जाने के बाद, पीरजादा फिरोज अहमद शाह ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र से तीन युवा लापता हैं, जो एक शादी समारोह में गए थे।
"ये तीनों युवा मीर बाजार पहुंचे थे, जहां उनके मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गए। उसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला। मैंने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की कोशिश की, लेकिन मुझे बोलने का मौका नहीं दिया गया और सदन से निकाल दिया गया। यह गंभीर मामला है, जिसे सरकार को तुरंत हल करना चाहिए।"
उन्होंने कहा कि इन युवाओं के परिवार वाले बेहद चिंतित हैं और प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
क्या है कठुआ हत्याकांड?
बुधवार, 5 मार्च को कठुआ जिले के महडून गांव में एक शादी समारोह था। सैन्यकर्मी बृजेश सिंह की बारात लोहाई मल्हार जा रही थी। इस बारात में शामिल उनके भाई योगेश (32 वर्ष), चाचा दर्शन सिंह (40 वर्ष) और भांजा वरुण (14 वर्ष) आगे चल रहे थे।
बारात तो वधु पक्ष के घर पहुंच गई, लेकिन ये तीनों अचानक लापता हो गए। काफी खोजबीन के बाद शनिवार को मल्हार के इशु नाले में उनके शव बरामद हुए।