Jammu-Kashmir: महबूबा मुफ्ती ने दोहराया पाकिस्तान से वार्ता का राग, जानिए क्या है उनका संदेश?

Jammu-Kashmir: महबूबा मुफ्ती ने दोहराया पाकिस्तान से वार्ता का राग, जानिए क्या है उनका संदेश?
Last Updated: 1 दिन पहले

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद की 9वीं पुण्यतिथि पर पाकिस्तान से बातचीत और जम्मू-कश्मीर के विवादों का शांतिपूर्ण समाधान तलाशने की बात कही।

Jammu-Kashmir: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने अपने पिता और जम्मू-कश्मीर के दो बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से बातचीत करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि पीडीपी जम्मू-कश्मीर और गुलाम जम्मू-कश्मीर के बीच के सभी रास्ते खोलने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ाने और सभी विवादास्पद मुद्दों का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की पक्षधर है।

दाराशिकोह पार्क में श्रद्धांजलि कार्यक्रम

मुफ्ती मोहम्मद सईद का निधन 7 जनवरी 2016 को हुआ था। उनकी पुण्यतिथि पर दक्षिण कश्मीर के बिजबिहाड़ा स्थित दाराशिकोह पार्क में उनकी कब्र पर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर महबूबा मुफ्ती के साथ उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती और पीडीपी विधायक वहीद-उर-रहमान परा भी मौजूद रहे।

जम्मू मुख्यालय में हुआ श्रद्धांजलि समारोह

पीडीपी मुख्यालय जम्मू में भी श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता राजिंदर सिंह मन्हास, महासचिव सतपाल चाढ़क, वरिंदर सिंह सोनू, केके शर्मा और अन्य प्रमुख नेता उपस्थित रहे। इस दौरान पार्टी नेताओं ने मुफ्ती सईद के विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया।

वहीद परा का बयान

वहीद परा ने कहा कि मुफ्ती साहब का सबसे बड़ा योगदान सिर्फ भारत और पाकिस्तान के संबंधों तक सीमित नहीं था। उन्होंने दिल्ली और कश्मीर को एकजुट करने के साथ-साथ विभाजित जम्मू-कश्मीर को जोड़ने का भी प्रयास किया।

उमर अब्दुल्ला ने दी श्रद्धांजलि

पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी मुफ्ती सईद को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "मुफ्ती साहब कश्मीर से उभरने वाले वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने केंद्र सरकार में विभिन्न मंत्रालयों में काम किया और दो बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बने।"

महबूबा ने सरकार पर लगाए आरोप

महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर युवाओं को सामाजिक और क्षेत्रीय आधार पर बांटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ओपन मेरिट छात्रों के खिलाफ अन्याय हो रहा है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये नीतियां बेरोजगारी और अनुचित बर्खास्तगी जैसे मुद्दों को बढ़ावा दे रही हैं।

शांति और मेल-मिलाप की नीतियों पर जोर

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनके पिता की नीतियां, जिनमें श्रीनगर-मुजफ्फराबाद सड़क खोलना शामिल है, ने शांति और मेल-मिलाप को बढ़ावा दिया। उन्होंने इन नीतियों को आगे ले जाने का संकल्प भी दोहराया।

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