कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को सिलेंडर की मदद से पलटने की साजिश की शुरुआती तफ्तीश में आतंकवादी लिंक के सबूत सामने आए हैं। यह घटना एक गंभीर सुरक्षा चिंता को जन्म देती है, और इस प्रकार की साजिशों के पीछे किसी खूंखार आतंकी संगठन का हाथ होने की आशंका जताई जा रही हैं।
कानपुर: प्रयागराज से भिवानी जाने वाली कालिंदी एक्सप्रेस (14117) को कानपुर में एलपीजी सिलेंडर से उड़ाने की साजिश का मामला सामने आया है। इस घटना से संबंधित सुरक्षात्मक खुफिया जानकारी के आधार पर, जांच एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। शुरुआती तफ्तीश में इस साजिश के आतंकवादी कनेक्शन के सबूत मिल चुके हैं। एजेंसियों को संदेह है कि इस साजिश को एक सेल्फ-रैडिकलाइज्ड व्यक्ति ने अंजाम दिया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा और जांच एजेंसियां इस मुद्दे पर तेजी से काम कर रही हैं ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
साजिश में ISIS के खुरासन मॉड्यूल का हो सकता है लिंक
जांच एजेंसियों को कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटने की साजिश में ISIS के खुरासन मॉड्यूल की संलिप्तता का शक है। यह मॉड्यूल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से जिहादी विचारधारा फैलाता है और संभावित आतंकवादियों को बम बनाने जैसी ट्रेनिंग भी देता है। इस प्रकार की साजिशों में शामिल आतंकवादी अक्सर सोशल मीडिया के जरिए ब्रेनवाश किए जाते हैं, जिससे वे हिंसा और आतंकवाद की ओर प्रवृत्त होते हैं।
सेल्फ रेडिक्लाइज भी शक के घेरे में
कानपुर में रेलवे ट्रैक पर मिले सामान से यह संकेत मिलते हैं कि आरोपी संभवतः सेल्फ-रेडिकलाइज्ड हो सकता है। ISIS कमांडर फरतुल्लाह घोरी, जो पाकिस्तान में स्थित है, ने हाल ही में भारत में ट्रेन पलटने का आदेश देने के लिए अपने ऑडियो क्लिप का इस्तेमाल किया था। फरतुल्लाह घोरी इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खुरासन मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है और वह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से आतंकवाद का प्रचार और ट्रेनिंग प्रदान करता हैं।
ट्रेन डिरेल साजिश मामले में जांच एजेंसियों ने खंगाले CCTV फुटेज
कानपुर शिवराजपुर ट्रेन डिरेल साजिश मामले में जांच एजेंसियों ने अब तक 219 कैमरों की फुटेज की समीक्षा की है और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। पुलिस ने गैस सिलेंडर के संबंध में तीन अलग-अलग एजेंसियों से जानकारी जुटाई है और सिलेंडर पर लिखे सीरियल नंबर के आधार पर यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि सिलेंडर किसे सौंपा गया था। डॉग स्क्वाड द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन में खोजी कुत्ता झाड़ियों में घुसा था, जिससे संकेत मिला कि आरोपी ने साजिश को अंजाम देने के लिए झाड़ियों का उपयोग किया था। अधिकारियों के अनुसार, यह संभावना है कि आरोपी ने साजिश को छुप कर और झाड़ियों में छिपकर अंजाम दिया।