कर्नाटक विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके सहयोगी दलों को करारी मात दी है। राज्य में कुल 3 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, और कांग्रेस ने सभी तीनों सीटों पर जीत हासिल की हैं।
बेंगलुरु: कर्नाटक में हुए विधानसभा उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसकी सहयोगी जनता दल (सेक्युलर) को बड़ा झटका लगा है। राज्य में 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, जिनमें से 2 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर जनता दल (सेक्युलर) ने चुनाव लड़ा था। इन तीनों सीटों पर बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की।
इन उपचुनावों में सबसे चौंकाने वाली हार चन्नपटना सीट पर हुई, जहां पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को हार का सामना करना पड़ा। निखिल को कांग्रेस के प्रत्याशी सीपी योगेश्वर ने 25 हजार से अधिक मतों के अंतर से मात दी, जो इस परिणाम को और भी चौंकाने वाला बनाता हैं।
बीजेपी उम्मीदवार की हार एचडी कुमारस्वामी के लिए बड़ा झटका
यह उपचुनाव जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई था, क्योंकि उनके बेटे निखिल कुमारस्वामी पिछले चुनाव में हारने के बाद इस बार फिर से चन्नपटना सीट पर अपनी किस्मत आजमा रहे थे। इस सीट को कुमारस्वामी ने लोकसभा चुनाव के बाद खाली किया था, और निखिल ने इस सीट पर जीतने के लिए पूरा जोर लगाया था।
हालांकि, निखिल को इस बार भी हार का सामना करना पड़ा, जो कुमारस्वामी के लिए एक बड़ा झटका था। निखिल ने चुनाव में काफी प्रचार किया था, लेकिन जनता ने उन्हें साफतौर पर नकार दिया। उनके प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस के सीपी योगेश्वर को जनता ने अधिक तरजीह दी और उन्हें 25,000 से अधिक मतों के अंतर से जीत दिलाई।
कांग्रेस की शानदार जीत
कर्नाटक की संदूर, शिग्गांव और चन्नपटना विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के परिणाम दोनों प्रमुख दलों, बीजेपी और कांग्रेस के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थे। कांग्रेस की जीत ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को राहत दी है, क्योंकि इससे उनकी पार्टी की स्थिति और सरकार की पकड़ मजबूत होती दिख रही हैं।
वहीं, बीजेपी के लिए यह उपचुनाव एक बड़ा झटका साबित हुआ। खासकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र के लिए, जिनकी पार्टी को संदूर और शिग्गांव में हार का सामना करना पड़ा। इन परिणामों ने उनके लिए पार्टी के भीतर आलोचकों का मुंह बंद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर खो दिया। संदूर में कांग्रेस की नेता ई. अन्नपूर्णा ने जीत हासिल की, जबकि शिग्गांव में कांग्रेस के यासिर पठान ने बाजी मारी। चन्नपटना में भी कांग्रेस ने सफलता प्राप्त की, जिससे बीजेपी के लिए यह उपचुनाव और भी निराशाजनक हो गया।