Delhi: कुवैत अग्निकांड हादसा! मारे गए 45 भारतियों के पार्थिव शरीर को लेकर एयरक्राफ्ट पहुंचा कोच्चि

Delhi: कुवैत अग्निकांड हादसा! मारे गए 45 भारतियों के पार्थिव शरीर को लेकर एयरक्राफ्ट पहुंचा कोच्चि
Last Updated: 15 जून 2024

कुवैत अग्निकांड में जान गंवाने वाले 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर एयरफोर्स का विशेष विमान केरल के कोच्चि में लैंड हो चुका है। इस हादसे में मारे जाने वालों में सर्वाधिक केरल के लोग बताये जा रहे हैं।

Kuwait Fire Incident : कुवैत भीषण अग्निकांड में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना (IAF) का विशेष विमान शुक्रवार को केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर लैंड किया। subkuz.com को मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि कुवैत (Kuwait) के मंगाफ शहर स्थित एक बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग में कुल 45 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई।

सीएम पिनाराई श्रद्धांजलि देने पहुंचे

कुवैत हादसे में मारे जाने वाले भारतीय नागरिकों के शवों को देश लाने के लिए भारतीय वायुसेना का C-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान रवाना हुआ था, जो आज यानि शुक्रवार (14 जून) कोच्चि में लैंड हो चुका है। इसी दौरान केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने स्वयं कोच्चि इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर मृतकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। बता दें कि यहां कुछ पार्थिव शरीर को उतारकर शाम 4 बजे के आसपास यह विमान वापस दिल्ली पहुंचेगा।

केरल के नागरिकों की सर्वाधिक मौत

कुवैत अग्निकांड में जान गवाने वाले लोगों में से सर्वाधिक यानि 23 लोग केरल के नागरिक हैं। इसके बाद तमिलनाडु से 7 लोगों होने की खबर मिली है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के भी तीन-तीन लोग मारे गए हैं। ओडिशा के दो और इसके अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, झारखंड, बंगाल, पंजाब और हरियाणा के भी एक-एक नागरिकों की इस भयानक अग्निकांड में मौत हो गई।

कैसे और कब हुआ हादसा?

कुवैत के मीडिया से मिली सूचना के मुताबिक एक बहुमंजिला ईमारत में काम करते समय रसोई में आग लगी थी, अधिकांश मौतें आग से उठे धुएं की वजह से हुईं। बता दें कि, अल-अहमदी गवर्नरेट के अधिकारियों ने इस हादसे की सूचना 12 जून यानि बुधवार की सुबह 4.30 बजे दी थी। कुवैती मीडिया के मुताबिक निर्माण कंपनी के NBTC ग्रुप ने लगभग 195 से अधिक श्रमिकों के रहने के लिए बिल्डिंग रेंट पर ली थी, जिनमें रहने वाले अधिकांश श्रमिक भारत के केरल, तमिलनाडु और उत्तरी राज्यों के नागरिक थे।

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