लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आम आदमी पार्टी के महासचिव जस्टिस जोरा सिंह ने बगावत करके पार्टी को बड़ा झटका दिया है। रविवार को उन्होंने प्रेस वार्ता कर निर्दलीय उम्मीदवार सरबजीत सिंह दलोआ को समर्थन देने का एलान किया हैं।
मोगा: देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद पार्टी नेताओं के बीच फेरबदल की राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है. इसी दौर में पंजाब में लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के महासचिव जस्टिस जोरा सिंह ने आप कर विरोध करने लगे है। बताया कि रविवार (26 मई) को Subkuz.com के पत्रकार से बातचीत करते हुए उन्होंने पार्टी के खिलाफ आवाज उठाई हैं। जस्टिस जोरा सिंह ने आप का साथ छोड़कर निर्दलीय उम्मीदवार सरबजीत सिंह दलोआ को समर्थन देने की घोषण की हैं। जस्टिस जोरा सिंह के साथ प्रेस वार्ता के दौरान लोक राज संगठन के अध्यक्ष मनजीत कुमार सिंह रंधावा भी मौजूद थे।
नाकाम रही आम आदमी पार्टी - जस्टिक जोरा
जस्टिस जोरा सिंह ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहां कि पार्टी मेरी और आम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने म नाकाम साबित हुई है, इसलिए मैनें पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया। जस्टिस जोरा सिंह अभी तक पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। जस्टिस जोरा सिंह ने कहां कि पार्टी अपने मूल कर्तव्य से भटक कर गलत नीति का मार्ग अपना चुकी है। आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार मुक्त समाज, नशा मुक्ति और उग्रवाद की घटनाओं को अंजाम देने वाले आरापियों को सजा दिलाने का वादा करके सत्ता में आई थी। लेकिन पार्टी ने अभी तक ऐसा एक भी काम नहीं किया हैं।
कौन हैं महासचिव जस्टिस जोरा सिंह?
अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि जस्टिस जोरा सिंह पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस रह चुके हैं। वह साल 2015 में हुईं उग्रवाद की घटनाओं की जांच कमेटी के चेयरमैन थे। उन्होंने साल 2019 में आम आदमा पार्टी को ज्वाइन किया था और जालंधर लोकसभा सीट से चुनाव भी लड़े थे। इस बार वह फरीदकोट लोकसभा सीट से आप उम्मीदवार के तोर पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पिछले कुछ समय से पार्टी से नाराजगी होने के कारण पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दी थी।