Lok Sabha Election: तपती गर्मी के साथ बढ़ने लगा सियासी पारा, क्या कहते हैं भाग्य विधाता, पढ़े ये खास खबर

Lok Sabha Election: तपती गर्मी के साथ बढ़ने लगा सियासी पारा, क्या कहते हैं भाग्य विधाता, पढ़े ये खास खबर
Last Updated: 14 अप्रैल 2024

प्रदेश में बढ़ती गर्मी के सा-साथ राजनीति का पारा भी सातवें आसमान पर है। प्रत्याशियों के चुनाव को लेकर मतदाता आरेख लगभग बन कर तैयार हो चुका है। विकास के पैमाने के आधार पर और कुछ के इतिहास के पन्ने खोलकर प्रत्याशियों के भाग्य बांचने में जनता लगी हुई हैं। चंदौली के मतदाताओं का मिजाज केसा है जाने Subkuz.com की रिपोर्ट..

वाराणसी: घोरेश्वर संत किनाराम की जन्मभूमि चंदौली धान के लिए देश दुनिया में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है और इस समय यह क्षेत्र राजनीति को लेकर काफी ज्यादा चर्चा में है। ढाब क्षेत्र के गंगा किनारे के अंतिम पड़ाव मोकलपुर के बीच लोगों ने राजनीति पर खुलकर बात की और कुछ लोग मिठाई की तरह इन बात से परहेज कर रहे हैं। राजापुर में मिठाई की छोटी सी दुकान पर Subkuz.com के पत्रकार ने लोगों से पूछा कि आपके यहां चुनाव का क्या माहौल है? इस बात का नपातुला जवाब देते हुए लोगों ने कहां कि दुनिया भर के विकास की बात करते हैं, जरा आप सामने देखिए, आठ साल के दौरान यह सड़क जैसी थी आज भी वैसी ही हैं।

चुनाव की गरमा-गरम चर्चा

जानकारी के अनुसार चुनाव की गरमा-गरम चर्चा के बारे में लोगों से सवाल किया कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत काम किया है, इस बार आपके यहां भाजपा की क्या स्थिति रहेगी? गुस्से में आकर महेंद्र कुमार बोले- ढाब क्षेत्र में सत्ता से ज्यादा आपको विपक्ष के द्वारा किए गए काम दिखाई देंगे। लालटेन की रोशनी में जिंदगी जीने वाले लोगों को इस क्षेत्र में बिजली के तार, आवागमन की सुविधा और अन्य विकास विपक्ष की ही देन है। यहां पर भाजपा के द्वारा किए गए काम को आप ढूंढ भी नहीं पाएंगे

चाय की चुस्की के बीच चुनावी चर्चा

जाल्हूपुर में चाय की दुकान पर बैठे शिव कुमार धनी ने कहा कि घर-घर पेयजल पाइप लाइन सुविधा, गरीबों के लिए रहने को मकान, बिजली पोल पर लाइट की व्यवस्था और मुफ्त में अनाज वितरण यह सब सत्ता में विराजमान सरकार ने ही दिया है। रिंग रोड, हाईवे भी इसी सरकार ने दिया है। शिवमूरत कुमार सिंह ने बताय कि नव युवकों को नौकरी नहीं मिल रही। महंगाई की मार के टेल सब दबते जा रहे है, लेकिन कोई भी इन मामलों पर बात ही नहीं कर रहा। जब आपका और हमारा विकास नहीं तो हम कैसे माने की देश का विकास हो रहा हैं।

मोकलपुर गंगा के किनारे आखरी गांव

जानकारी के मुताबिक गंगा नदी के किनारे के अंतिम गांव मोकलपुर के लोगों से बात कारण के बाद कुकुड़हा से अंबा पहुंचे वहां पर एक गली में बहुत ही रंगीन और सुन्दर चौका लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था। वहीं रेत पर लोहे की बिछी प्लेट जाल्हूपुर में बंद पशु-शवदाह गृह और बिना रास्ता के कूड़ा कचरा देखकर बहुत बुरा लगा। चंदौली संसदीय क्षेत्र के शिवपुर विधानसभा क्षेत्र में लोगों से बात करने और वहां की स्थिति देखकर यही अहसास हुआ कि इस क्षेत्र में प्रत्याशियों के बीच जोरदार टक्कर होने वाली हैं और साथ ही विकास की भी परीक्षा होने वाली हैं।

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