महाकुंभ 2025 की अव्यवस्थाओं पर सीएम योगी नाराज। भगदड़, ट्रैफिक और वीवीआईपी प्रोटोकॉल पर फटकार। कई अधिकारियों पर गाज गिरने के आसार, कुंभ के बाद निलंबन और ट्रांसफर संभव।
Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीती रात (10 फरवरी) को समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों में लापरवाही और अव्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। खासतौर पर प्रयागराज जोन के एडीजी भानु भास्कर और एडीजी ट्रैफिक सत्यनारायण मुख्यमंत्री के निशाने पर रहे।
अधिकारियों को सीएम योगी की कड़ी फटकार
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि पूरे प्रयागराज की जिम्मेदारी आप लोगों पर थी, लेकिन चाहे भगदड़ का दिन हो या फिर आम दिनों की ट्रैफिक व्यवस्था, आपने गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाया। उन्होंने यह भी कहा कि महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्व के दौरान कई आला अधिकारी मौके से नदारद रहे, जिससे हालात बिगड़ते चले गए। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए सीएम ने कई अधिकारियों के निलंबन के संकेत दिए हैं।
मीटिंग में DIG और मेला अधिकारी के बीच समन्वय की कमी पर नाराजगी
बैठक में मुख्यमंत्री DIG मेला वैभव कृष्णा और मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के बीच समन्वय की कमी को लेकर भी नाराज नजर आए। सूत्रों की मानें तो सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि आगे से किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि अगर अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से नहीं निभाएंगे, तो कुंभ के बाद बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई होगी।
VVIP प्रोटोकॉल पर भी सीएम की नाराजगी
मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को नेताओं, विधायकों और मंत्रियों को जरूरत से ज्यादा प्रोटोकॉल देने पर भी फटकार लगाई। सीएम ने साफ कहा कि सत्ताधारी दल के किसी भी नेता को जबरदस्ती प्रोटोकॉल न दिया जाए। प्रशासन की प्राथमिकता श्रद्धालुओं और आम नागरिकों की सुविधाएं होनी चाहिए, न कि वीआईपी मेहमानों की खातिरदारी।
कुंभ के बाद होगी कड़ी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने लापरवाह अधिकारियों की पूरी रिपोर्ट सीएम योगी को सौंप दी है। इस रिपोर्ट के आधार पर कुंभ के बाद कई अधिकारियों का निलंबन और ट्रांसफर किया जा सकता है। इसके अलावा, कुछ अधिकारियों पर विभागीय जांच भी शुरू हो सकती है।
महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर योगी सरकार सख्त
महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर योगी सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। साथ ही, महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था को तुरंत दूर किया जाए।