Mahakal Temple Fire: आग हादसे के बाद मंदिर प्रशासन सख्त, गर्भगृह-नंदी हॉल में एंट्री बैन, VIP दर्शन भी होंगे बंद

Mahakal Temple Fire: आग हादसे के बाद मंदिर प्रशासन सख्त, गर्भगृह-नंदी हॉल में एंट्री बैन, VIP दर्शन भी होंगे बंद
Last Updated: 02 अप्रैल 2024

उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में रविवार (24 मार्च) होली के पावन पर्व पर हुए हादसे के बाद मंदिर प्रशासन पूरी तरीके से सख्त हो गया है। मंदिर प्रसाशन ने व्यवस्था में फेरबदल करते हुए गर्भगृह और नंदी हॉल में अज्ञात लोगों और VIP की एंट्री पर पूरी तरह से पाबंधी लगा दी हैं।

उज्जैन: उज्जैन के महाकाल मंदिर में होली के पवित्र त्योहार के दिन आग लगने का हादसा हो गया. उसके बाद मंदिर प्रशासन ने सख्त फैसला लेते हुए मंदिर व्यवस्था में बड़े बदबाव किए है. प्रशासन ने गर्भगृह और नंदी हॉल में अज्ञात और वीआईपी लोगों की एंट्री पर पूरी तरह से पाबंधी लगा दी। मंदिर समिति ने होली के दिन हुई वारदात के बाद पूरी व्यवस्था में आवश्यक परिवर्तन करने का शेड्यूल तैयार कर लिया गया हैं।

होली के दिन हुआ अग्निकांड

Subkuz.com को प्राप्त जानकारी के अनुसार होली के अवसर पर मंदिर के गर्भगृह में हुए अग्निकांड की जांच पड़ताल में कुछ खामियां सामने आई है. बताया गया है कि प्रारंभिक जांच में मंदिर समिति द्वारा बनाए गए नियमों का पालन नहीं करना, गर्भगृह में अधिक संख्या में लोगों की मौजूदगी और नंदी हॉल में ज्यादा मात्रा में रंगों का उपयोग आदि कमियां सामने आई हैं।

जानकारी के मुताबिक मंदिर समिति द्वारा इस बात की भी जांच करवाई जाएगी कि आग केमिकल मिले हुए रंग, गुलाल से लगी या फिर कोई दूसरी वजह है। बताया गया है कि मंदिर में गुलाल बाहर से भीतर की तरफ फेंका गया या फिर गर्भगृह में उस समय मौजूद पुजारियों में से किसी ने केमिकल युक्त गुलाल का उपयोग करके ऐसी घिनौनी हरकत की हैं।

मंदिर व्यवस्था में होगा बदलाव - प्रशासक संदीप कुमार

जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर परिसर के लिए एक कमेटी घटित की गई हैं. हाईकोर्ट द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में भगवान को सिमित मात्रा में जल, पंचामृत, अबीर,गुलाल, कुमकुम, अगरबत्ती आदि पूजन सामग्री के साथ-साथ कम मात्रा में फूल और भगवान को पहनाए जाने वाली माला भी छोटी-छोटी फूल की बनी हुई होनी चाहिए। मंदिर प्रशासन ने गर्भगृह का तापमान मेंटेन (नियंत्रित) रखने के लिए गर्भगृह में एक साथ बहुत कम संख्या में लोगों को अंदर जाने का सुझाव दिया हैं।

महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने मीडिया को बताया कि, "होली पर हुए अग्निकांड के बाद गर्भगृह और नंदी हाल में अज्ञात लोगों का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। प्रशासन ने व्यवस्था में फेयरबदल करने का प्लान भी तैयार कर लिया है और जल्द ही नई व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। एक्सपर्ट कमेटी के सुझावों का हर तरीके से पालन कराने के लिए सभी की अलग-अलग जिम्मेदारी तय की जाएगी।

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