नागालैंड स्थापना दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है, जो इस पूर्वोत्तर राज्य की सांस्कृतिक, राजनीतिक और ऐतिहासिक पहचान को उजागर करता है। 2024 में नागालैंड अपना 62वां स्थापना दिवस मना रहा है। यह दिन न केवल नागालैंड की राज्य के रूप में पहचान का प्रतीक है, बल्कि नागा समुदाय की सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं और संघर्षों का भी जश्न है। आइए इस दिन के महत्व, इतिहास और समारोहों पर एक नजर डालते हैं।
नागालैंड स्थापना दिवस का इतिहास
• 1 दिसंबर 1963 को नागालैंड को भारत का 16वां राज्य घोषित किया गया था। यह राज्य असम के कुछ हिस्सों से अलग कर बनाया गया और इसे एक विशेष राजनीतिक पहचान दी गई।
• नागालैंड की स्थापना लंबे समय तक चले नागा समुदाय के आंदोलन और बातचीत का परिणाम थी।
• भारतीय संविधान के अनुच्छेद 371(A) के तहत नागालैंड को स्वायत्तता और सांस्कृतिक स्वतंत्रता प्रदान की गई।
• नागालैंड की स्थापना के बाद, राज्य को विकास, एकता और शांति के नए रास्तों पर ले जाने का अवसर मिला।
नागालैंड की भौगोलिक और सांस्कृतिक पहचान
• नागालैंड, पूर्वोत्तर भारत में स्थित, अपनी विविधता के लिए जाना जाता है। राज्य में 16 से अधिक जनजातियां हैं, जिनमें आओ, अंगामी, सेमा, लोथा, और कोन्याक प्रमुख हैं। प्रत्येक जनजाति की अपनी अलग भाषा, परंपरा और रीति-रिवाज हैं।
• नागालैंड का राज्य पशु मिथुन और राज्य पक्षी बल्येरिक ट्रैगोपैन हैं।
• कोहिमा, राज्य की राजधानी, नागालैंड स्थापना दिवस के मुख्य आयोजनों का केंद्र होती हैं।
• यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलों और पर्वतीय स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
नागालैंड स्थापना दिवस क्यों महत्वपूर्ण है?
• नागालैंड स्थापना दिवस राज्य की सांस्कृतिक पहचान और राजनीतिक मान्यता का प्रतीक है। यह दिन नागा लोगों के संघर्ष, एकता और उनकी परंपराओं का जश्न मनाने का अवसर हैं।
• नागालैड स्थापना दिवस पर राज्य की विविध जनजातियां एक साथ आकर अपनी सांस्कृतिक धरोहर और एकता का प्रदर्शन करती हैं।
• यह दिन पर्यटन को बढ़ावा देने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और राज्य के विकास की योजनाओं की घोषणा के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
नागालैंड स्थापना दिवस कैसे मनाते हैं?
नागालैंड स्थापना दिवस पूरे राज्य में उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन राज्यभर में सांस्कृतिक, सामाजिक और आधिकारिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं।
1. आधिकारिक कार्यक्रम
राज्य की राजधानी कोहिमा में प्रमुख आयोजन होते हैं। मुख्यमंत्री, राज्यपाल और अन्य अधिकारी इस दिन समारोह में भाग लेते हैं। परेड, मार्च-पास्ट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां मुख्य आकर्षण होती हैं।
2. हॉर्नबिल महोत्सव की शुरुआत
नागालैंड स्थापना दिवस के साथ ही प्रसिद्ध हॉर्नबिल महोत्सव का शुभारंभ होता है। यह महोत्सव नागा संस्कृति, कला, संगीत और परंपराओं का भव्य प्रदर्शन हैं।
हस्तशिल्प प्रदर्शनियां, संगीत कार्यक्रम, पारंपरिक खेल और फूड फेस्टिवल इसमें शामिल होते हैं।
यह महोत्सव 1 से 10 दिसंबर तक चलता है और देश-विदेश से पर्यटकों को आकर्षित करता हैं।
3. पारंपरिक नृत्य और झांकियां
नागा जनजातियों के लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर नृत्य और झांकियों के माध्यम से अपनी संस्कृति का प्रदर्शन करते हैं।
4. सामुदायिक गतिविधियां
स्थानीय समुदायों द्वारा स्वास्थ्य शिविर, सफाई अभियान और ग्रामीण विकास योजनाओं का आयोजन किया जाता हैं।
नागालैंड स्थापना दिवस 2024 की थीम
हालांकि अभी तक इस वर्ष की थीम की घोषणा नहीं हुई है, हर साल की तरह 2024 की थीम भी नागालैंड की संस्कृति और विकास को उजागर करने वाली होगी।
नागालैंड स्थापना दिवस के रोचक तथ्य
• नागालैंड का गठन भारत के 16वें राज्य के रूप में हुआ था।
• नागालैंड के पहले मुख्यमंत्री पी. शीलू ओ थे।
• राज्य को विशेष स्वायत्तता प्रदान करने वाला अनुच्छेद 371(A) नागा समुदाय की परंपराओं और रीति-रिवाजों की रक्षा करता हैं।
• हॉर्नबिल महोत्सव नागालैंड की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है और इसे "त्योहारों का त्योहार" कहा जाता हैं।
• कोहिमा वॉर सेमेट्री, द्वितीय विश्व युद्ध का ऐतिहासिक स्थल, नागालैंड में स्थित हैं।