Mahakumbh 2025: महाकुंभ में अबतक करोड़ों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, एक अभूतपूर्व कीर्तिमान किया स्थापित

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महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अबतक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई हैं। 

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में अब तक 55 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं, जो विश्व इतिहास में किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में सबसे बड़ी सहभागिता मानी जा रही है। महाशिवरात्रि (26 फरवरी) तक यह संख्या 60 करोड़ से अधिक हो सकती है। अगर इस संख्या की तुलना भारत की कुल जनसंख्या से करें (जो वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू और प्यू रिसर्च के अनुसार 143 करोड़ है), तो अब तक भारत के लगभग 38% लोग इस आयोजन में हिस्सा ले चुके हैं। वहीं, अगर सिर्फ सनातन धर्मावलंबियों की संख्या देखें (करीब 110 करोड़), तो 50% से अधिक सनातनी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं।

महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की संख्या ने तोड़ा रिकॉर्ड

गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर को भी पार कर चुका है, जिसकी महाकुंभ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी। सीएम योगी ने पहले ही अनुमान लगाया था कि इस बार का भव्य और दिव्य महाकुंभ स्नानार्थियों की संख्या का नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। उन्होंने शुरुआत में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना व्यक्त की थी, जो 11 फरवरी तक ही सच साबित हो गई। 

14 फरवरी को यह संख्या 50 करोड़ के पार चली गई और अब 55 करोड़ का नया शिखर छू लिया है। अभी महाकुंभ के समापन में नौ दिन शेष हैं और एक महत्वपूर्ण स्नान पर्व महाशिवरात्रि बाकी है, जिससे यह संख्या 60 करोड़ के ऊपर जाने की पूरी संभावना है। अब तक सबसे अधिक लगभग आठ करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर महास्नान किया था, जबकि मकर संक्रांति के अवसर पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया। 

इसके अलावा, 30 जनवरी और 1 फरवरी को 2-2 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य डुबकी लगाई, जबकि पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे।

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