महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह assertion किया है कि उद्धव ठाकरे को अब जनता का समर्थन नहीं मिल रहा है। फडणवीस ने अपने कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने की सलाह भी दी।
Maharashtra: डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कार्यकर्ताओं को अत्यधिक आत्मविश्वास में लापरवाही न बरतने की सलाह दी है। फडणवीस ने कहा कि सरकार के कार्यों के कारण लोग हमारे साथ जुड़े हुए हैं। राज्य की 3 करोड़ से अधिक लोग सरकारी योजनाओं के लाभार्थी हैं। देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि यदि हमें उनका वोट मिलता है, तो राज्य में पुनः महायुति सरकार का गठन होगा। वह मंगलवार को मुंबई में अमित शाह की उपस्थिति में आयोजित बीजेपी पदाधिकारियों की बैठक में यह बात कह रहे थे।
फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर की तीखी टिप्पणी
जानकरी के अनुसार, फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, "उद्धव ठाकरे का समर्थन अब समाप्त हो चुका है। चूंकि मराठी और हिंदू वोट अब उनके साथ नहीं हैं, इसलिए उनकी रैली में हरे झंडे लहराते दिखाई दे रहे हैं।" डिप्टी सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि राज्य में हमारी ही सरकार बनेगी। लेकिन अत्यधिक आत्मविश्वास के चलते विकेट न गिरने दें।
शाह ने कार्यकर्ताओं को किया मार्गदर्शन
इस सभा के दौरान केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने बीजेपी के पदाधिकारियों को पार्टी के इतिहास और निष्पक्षता के महत्व के बारे में बताया। अमित शाह ने कहा कि जब हमारे पास लोकसभा में मात्र 2 सीटें थीं, तब भी एक भी कार्यकर्ता ने पार्टी का साथ नहीं छोड़ा। यह हमारी पार्टी का गौरवपूर्ण इतिहास है। अस्सी के दशक में, जब कार्यकर्ताओं को यह पता था कि वे चुनाव हारने वाले हैं, तब भी उन्होंने इसकी परवाह नहीं की और पार्टी के लिए खड़े रहे।
हमने अपने विचार और नीतियों को नहीं छोड़ा
अमित शाह ने कहा कि हम राजनीति में प्रधानमंत्री पद या किसी अन्य पद के लिए नहीं, बल्कि एक श्रेष्ठ भारत के निर्माण के उद्देश्य से आए हैं। सरकारें आती-जाती रहती हैं, राजनीतिक पार्टियां अपनी नीतियों और विचारों को त्याग देती हैं। हमारी सरकार ने 10 वर्षों तक काम किया, लेकिन हमने अपने विचार और नीतियों को कभी नहीं छोड़ा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "हम हमेशा से कहते आए हैं कि कश्मीर हमारा है। क्या किसी ने यह सोचा था कि हमारी सरकार आएगी? लेकिन हमारी सरकार आई और धारा 370 को समाप्त कर दिया। क्या किसी ने यह सोचा था कि राम मंदिर का निर्माण होगा? लेकिन न केवल भूमिपूजन हुआ, बल्कि मंदिर भी बन गया।"