एकनाथ शिंदे के दिल्ली से सीधे सतारा जाने पर मुख्यमंत्री पद को लेकर नाराजगी की अटकलें थीं। शिवसेना ने इसे खारिज करते हुए कहा कि शिंदे अस्वस्थ होने के कारण अपने पैतृक गांव गए हैं।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर महायुति में जोरदार मंथन चल रहा है। इस बीच, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपनी पहली मांग सामने रखी है। पार्टी ने गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी लेने की इच्छा जताई है। शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि यह विभाग शिवसेना को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री को गृह विभाग का नेतृत्व करना सही नहीं होगा। शिंदे सरकार के कामकाज से भाजपा को बड़ा राजनीतिक लाभ मिला है।"
शिवसेना ने गृह मंत्रालय पर जताई दावेदारी
शिवसेना ने महायुति सरकार में गृह मंत्रालय के साथ डिप्टी सीएम का पद भी मांगा है। पार्टी का तर्क है कि मराठा आरक्षण और अन्य मुद्दों पर शिंदे के नेतृत्व ने राज्य में उनकी लोकप्रियता को बढ़ाया है। संजय शिरसाट ने कहा, "शिंदे ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलनकारियों को शांत किया। उनकी वजह से महायुति सरकार को मराठवाड़ा और अन्य क्षेत्रों में समर्थन मिला।"
नाराजगी की अटकलों पर शिवसेना ने दी सफाई
हाल ही में एकनाथ शिंदे के मुंबई में महायुति की बैठक रद्द कर दिल्ली से सतारा जाने पर अटकलें लगाई गईं कि वह गठबंधन के गतिरोध से नाराज हैं। हालांकि, शिवसेना ने इन अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि शिंदे स्वास्थ्य संबंधी कारणों से अपने गांव गए थे। पार्टी ने स्पष्ट किया कि सरकार गठन को लेकर अंतिम फैसला जल्द होगा।
डिप्टी सीएम पद के लिए खींचतान जारी
गृह मंत्रालय और सामान्य प्रशासन विभाग को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच खींचतान जारी है। सूत्रों के मुताबिक, शिंदे डिप्टी सीएम और गृह विभाग की शर्त पर मुख्यमंत्री पद भाजपा को सौंपने को तैयार हैं। पिछली सरकार में देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री होने के साथ गृह मंत्रालय संभाला था। शिवसेना इस बार यह विभाग चाहती है।
शिवसेना विधायकों का शिंदे को समर्थन
शिवसेना के वरिष्ठ नेता उदय सामंत ने कहा कि पार्टी के सभी विधायक चाहते हैं कि शिंदे सरकार में बने रहें। उन्होंने कहा, "शिंदे ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं, उनकी सरकार में मौजूदगी बेहद जरूरी है।" जल्द ही फडणवीस, शिंदे और अजित पवार के बीच बैठक में कैबिनेट की अंतिम रूपरेखा पर चर्चा होगी।
मुख्यमंत्री और कैबिनेट पर फैसला जल्द
संजय शिरसाट ने बताया कि नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण 2 दिसंबर को हो सकता है। हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि यह समारोह 5 दिसंबर तक हो सकता है। एनसीपी ने भाजपा के मुख्यमंत्री पद के प्रस्ताव को समर्थन दे दिया है। शिवसेना और शिंदे के अंतिम निर्णय के बाद कैबिनेट की तस्वीर स्पष्ट होगी।