महाराष्ट्र न्यूज़: जिसने बनाई पार्टी, उसे ही किया बाहर', वरिष्ठ राजनेता शरद पवार का छलका दर्द, कहा- ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
वरिष्ठ राजनेता शरद पवार (Sharad Pawar) आज (17 फरवरी) महाराष्ट्र के बारामती नगर पहुंचे। बारामती में subkuz.com मीडिया टीम से बात करते हुए शरद पवार का राजनीतिक पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह खोने का दर छलका। उन्होंने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ, जिसने इस क्षेत्र में पार्टी बनाई, उसे ही पार्टी से निकाल दिया गया। यह फैसला कानून के खिलाफ है। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक ले जाया जायेगा।
चुनाव आयोग ने लिया फैसला
इससे पहले राजनेता शरद पवार ने कहा था कि निर्वाचन आयोग ने जो फैसला लिया वहं भी चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग ने उन लोगों के हाथों से पार्टी छीन ली, जिन्होंने इसे बनाया और दूसरे गुट को सौंप दिया। पवार ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का चुनाव चिन्ह 'घड़ी' भी अजित पवार के गुट को देने की बात कही। बताया कि आयोग ने NCP पार्टी के संविधान, बहुमत के आधार पर अपना निर्णय सुनाया था। फ़िलहाल, महाराष्ट्र विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर राहुल नार्वेकर (Rahul Narwekar )ने भी अजित पवार के पक्ष में फैसला सुनाया था। शरद पवार ने कहा कि आयोग का यह फैसला कानून के अनुरूप नहीं है और सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ चुनौती दी जाएगी।
पिछले वर्ष NCP के विधायक हुए थे गुट से अलग
subkuz.com को मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले वर्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार के नेतृत्व में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक BJP और शिवसेना (शिंदे) के गठबंधन वाली सरकार में शामिल हो गए थे। फ़िलहाल, उनके पास पार्टी के 41 विधायकों का समर्थन है,वहीं दूसरी ओर राजनेता शरद पवार गुट के पास केवल 12 विधायकों का ही समर्थन है। बताया गया कि शरद पवार के पास 4 लोकसभा सांसदों और अजित पवार गुट के पास 1 सांसद कभी समर्थन है।
बारामती में भी शरद पवार को मिल सकती है चुनौती
सूत्रों के मुताबिक, राजनेता शरद पवार का बारामती दौरा ऐसे समय किया जा रहा है जब आगामी लोकसभा इलेक्शन में बारामती सीट के लिए अजित पवार भी सुप्रिया सुले (शरद पवार की पुत्री) के खिलाफ अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार, बारामती सीट परम्परागत रूप से शारद पवार का गढ़ रही है। सांसद से पहले शरद पवार और अब उनकी पुत्री सुप्रिया सुले सांसद में आई। सुनने में आया हैं कि अजित पवार, बारामती सीट के लिए अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं।