आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहां कि शनिवार को जिस तरह से सदन में प्राइवेट मेंबर बिल पर भारतीय जानता पार्टी के सांसदों ने दादागिरी की, वह सत्तारूढ़ सरकार का दुर्व्यवहार वाला रवैया था।
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी की सांसद द्वारा शनिवार (27 जुलाई) को राज्यसभा में प्राइवेट बिल लाते ही सांसदों के बीच हंगामा मच गया। इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों के हमेशा खिलाफ ही काम करती हैं।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहां कि "कल जिस तरह से सदन में भाजपा के सांसदों ने दादागिरी की है, वह भाजपा सरकार के दुर्व्यवहार वाले रवैया को प्रदर्शित करता हैं। कल सदन में जो स्थिति पैदा हुई,उससे ऐसा लग रहा था कि सदन में मारपीट की नौबत आ जाएगी। अगर सदन में चेयरमैन जी नहीं होते तो मेरे साथ मारपीट हो सकती थी।"
ओबीसी को जनसंख्या के आधार पर मिले आरक्षण - संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहां कि सपा की सांसद द्वारा ओबीसी आरक्षण का बिल लाना बीजेपी को इतना नागवार गुजरा। सपा सांसद ने इस प्राइवेट मेंबर बिल के जरिए मांग की थी कि ओबीसी को जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दिया जाए। सदन में बीजेपी सांसदों ने इस बिल पर इतना हंगामा किया कि सदन को एक घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा था। इस पर संजय सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहां कि जब तक मैं सदन में रहूंगा, किसी भी विपक्षी पार्टी के सदस्य के साथ कभी भी गलत नहीं होने दूंगा।
आप सांसद ने कहां कि "कांग्रेस सांसद नीरज डांगी दलित समुदाय से हैं, उनके साथ जो घटना हुई, उससे बीजेपी का दलित-विरोधी और आदिवासी-विरोधी चेहरा दुनिया के सामने आ गया है। बीजेपी पिछड़े लोगों से इतनी नफरत करती है तो जाति जनगणना क्यों नहीं करवाना चाहते?"
संजय सिंह ने पीएम मोदी से की अपील
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से अपील में कहां, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कहना चाहता हूं कि अगर आपकी पार्टी और आपकी नीयत बिल्कुल साफ है तो इससे अच्छा और बढ़िया बिल कोई हो ही नहीं सकता। इस बिल को आप तुरंत पास कीजिए। क्योकि जनसंख्या के आधार पर ओबीसी को आरक्षण मिलना चाहिए। या फिर आप जातिगत जनगणना कराइए। सब को पता चले कि देश में कितने ओबीसी समाज के लोग हैं। उसके बाद उसी आधार पर आप आरक्षण बिल पास कीजिए।”