ओडिशा राज्य सरकार की ओर से जीवन जीविका सहायता योजना में सभी राशन कार्ड धारकों को 1-1 हजार रुपये सहायता राशि दी गई है। राजगांगपुर ब्लॉक में गरीबों के राशन में हेरा फेरी की जा रही है। 346 कार्ड धारक सहायता राशि लेने के लिए नहीं पहुंचे।
ओडिशा न्यूज़: राज्य सरकार की ओर से जीवन जीविका सहायता योजना के तहत क्षेत्र के सभी राशनकार्ड धारकों को 1-1 हजार रुपये सहायता राशि आवंटित की गई है। बताया जा रहा है कि राजगांगपुर ब्लॉक में इस योजना के अंतर्गत 23,889 कार्डधारक परिवारों को शामिल किया गया था। इनमें से 346 कार्ड धारक सहायता राशि लेने के लिए केंद्र पर नहीं पहुंचे, जिस कारण उनके हिस्से की राशि 3.46 लाख रुपये सरकारी कोष में वापस लौटा दी गई है।
मामले में फर्जीवाड़ा होने की आशंका
subkuz.com को बताया गया कि योजना के तहत इन कार्ड धारकों के नाम पर हर महीने चावल एवं अन्य राशन सामग्री की आपूर्ति हो रही है, लेकिन, नकद रुपये लेने के लिए पर्याप्त अवसर देने के बाद भी वे राशन दुकान व आपूर्ति विभाग कार्यालय नहीं पहुंचे। इससे गरीबों के राशन में फर्जीवाड़ा होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। आपूर्ति निरीक्षक सुस्मिता कुमारी का कहना है कि यहां सब काम ऑनलाइन किया जाता है। इस कारण विभाग का इसमें कोई हाथ नहीं हो सकता है।
योजना के तहत मार्च में हर परिवार को राशि आवंटित
सूत्रों के मुताबिक, राज्य सरकार की ओर से योजना के अनुसार मार्च महीने में प्रति परिवार को 1-1 हजार रुपये की राशि आवंटित की गई थी। जिसके तहत अलंडा पंचायत के 1578, कुटनिया में 1922, कुनमुरु में 1669, बुचुकुपाड़ा के 1304, चुगीमाटी में 1720, ढेलुआ में 1606, बुड़ाम के 949, गरभाना में 946, जरेइकेला में 823, जोरूमाल में 715, झगड़पुर में 761, केसरामाल में 1173, कुकड़ा में 1906, कुकड़ामुंडा में 645, लाइंग में 1418, मालीडीह में 1565, पानपोष में 1386, पानपोष में 1286, राइका कच्छार में 719, सागजोर में 696, छताम के 486 कार्डधारकों को सहायता राशि के लिए शामिल किया गया था।
जो राशि लेने नहीं पहुंचे
मिली जानकारी के अनुसार, आवंटित राशि के लिए दर्ज परिवारों के आंकड़ों में से अलंडा के 14, बुचकूपाड़ा के 7, बुढाम के 2, चुंगीमाटी के 13, ढेलुआ के 44, गरभाना के 17, जोरुमाल के 23, झगड़पुर के पांच, केसरामाल के 15, कुकड़ा के 31, कुकुडामुंडा के 11, कुनुमुरु के 33, कुटनिया के 18, लाइंग के 22, मालीडीह के 19, पानपोष के 15, राइकाछापर के 34, सागजोर के पांच समेत कुल 346 कार्डधारक सहायता राशि लेने के लिए नहीं पहुंचे।
3.46 लाख रुपए राजकोष में वापस लौटाए
बताया जा रहा है कि कुल राशि में से 3 लाख 46 हजार रुपये नहीं बंट पाने के कारण इसे वापस लौटा दिया गया है। कार्डधारकों का कार्ड Aadhar Card से लिंक है। पूरी तरह से जांच के बाद ही राशि सामग्री तथा सहायता राशि आवंटित की जा रही है। प्रत्येक कार्ड पर प्रति व्यक्ति 5 Kg की दर से प्रति माह चावल दिया जा रहा है।
योजना के तहत वन नेशन वन कार्ड की व्यवस्था भी लागू की गई है इसके बाद भी फर्जी कार्ड पर राशि की आपूर्ति एवं हेराफेरी की आशंका व्यक्त की जा रही है। बताया जा रहा है कि कार्डधारकों के राज्य से बाहर जाने तथा वहां भी उनका कार्ड होने की संभावना है।