ओवैसी ने विपक्ष पर करारा हमला बोला, बीजेपी की बी टीम होने के आरोप खारिज किए। मुसलमानों की राजनीतिक भागीदारी कम होने और वोट बैंक बनने पर सवाल उठाए।
Owaisi News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी की "बी टीम" होने के आरोपों पर विपक्ष को करारा जवाब दिया है। उन्होंने विपक्षी नेताओं को "जोकर" करार देते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो उन्हें उनके सामने बैठाएं और डेटा के साथ बहस करें। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "ये सब बकवास है।"
'बीजेपी की जीत विपक्ष की विफलता का नतीजा'
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी की लगातार जीत का कारण AIMIM नहीं बल्कि विपक्ष की विफलता है। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी इसलिए जीत रही है क्योंकि उसने लगभग 50 फीसदी हिंदू वोट अपने पक्ष में कर लिए हैं। AIMIM पर वोट काटने के आरोपों को खारिज करते हुए ओवैसी ने कहा, "अगर मैं कुछ सीटों पर चुनाव लड़ता हूं और बीजेपी 240 सीटें जीत जाती है तो क्या इसका जिम्मेदार मैं हूं?"
'मुसलमान नेता क्यों नहीं बन सकते?'
ओवैसी ने विपक्षी दलों पर मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक समझने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब यादव, ऊंची जातियों के लोग या अन्य समुदायों से लोग नेता बन सकते हैं, तो मुसलमानों को सिर्फ भिखारी या वोटर क्यों समझा जाता है?
उन्होंने यह सवाल उठाया कि लगभग 15 फीसदी आबादी होने के बावजूद मुसलमानों की संसद और विधानसभा में सिर्फ 4 फीसदी भागीदारी क्यों है?
'राजनीतिक भागीदारी नहीं, सिर्फ वोट बैंक?'
ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी को बी टीम कहने के पीछे सिर्फ एक वजह है - AIMIM मुख्यतः मुसलमानों की आवाज़ उठाती है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल मुसलमानों को टिकट नहीं देते और फिर यही दल उन्हें वोट बैंक बनाकर इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनना है तो इतने बड़े अल्पसंख्यक समुदाय को पीछे छोड़कर यह संभव नहीं होगा।
'हम सिर्फ वोटर नहीं, नागरिक बनना चाहते हैं'
ओवैसी ने कहा कि उनका संघर्ष यही है कि मुसलमान सिर्फ वोटर बनकर न रह जाएं, बल्कि उन्हें बराबरी का नागरिक माना जाए। उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे मुसलमानों को शिक्षा, रोजगार और सम्मान के साथ जीवन जीने का अवसर दें।