लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्र सरकार में मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को एक बार फिर कानून-व्यवस्था को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर तीखा हमला बोला।
Chirag Paswan: बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। राज्य में अपराध की बढ़ती घटनाओं को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला है। चिराग ने कहा, “दुख होता है कि ऐसी सरकार को समर्थन दे रहा हूं, जहां अपराध बेलगाम है।” यह बयान उस वक्त आया जब गया जिले में एक महिला अभ्यर्थी के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया।
चिराग पासवान ने इस गंभीर आपराधिक घटना को लेकर बिहार पुलिस और प्रशासन को निकम्मा करार दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
चिराग पासवान का गुस्सा क्यों फूटा?
शनिवार को मीडिया से बात करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा: बिहार में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अपराधियों के आगे झुक चुका है। गया की घटना ने साबित कर दिया है कि अब महिलाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। प्रशासन की लापरवाही से राज्य अराजकता की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि यदि सरकार यह दावा करती है कि यह सब उसे बदनाम करने की साजिश है, तब भी इन घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी प्रशासन की ही बनती है।
नीतीश सरकार पर बार-बार निशाना
यह पहला मौका नहीं है जब चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं। चुनावी साल में वे लगातार कानून व्यवस्था को लेकर अपनी ही गठबंधन सरकार पर दबाव बना रहे हैं। इससे पहले उन्होंने कहा था: बिहार में पुलिस को अपनी जिम्मेदारी का ही अंदाजा नहीं है। पटना समेत अन्य जिलों में हत्या, लूट और बलात्कार की घटनाएं लगातार हो रही हैं। जनता दहशत में है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। यह स्थिति चुनावी साल में सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।
गया गैंगरेप मामला: एक जघन्य अपराध
गया में महिला अभ्यर्थी के साथ हुए गैंगरेप की घटना ने राज्य को हिला कर रख दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़िता प्रतियोगी परीक्षा देने के लिए बाहर से बिहार आई थी। घटना के बाद पूरे प्रदेश में आक्रोश है और विपक्ष के साथ-साथ अब सत्ता पक्ष के नेता भी कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे हैं। चिराग पासवान ने इस मामले को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर कड़ा सवाल उठाया और कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि वे खुलेआम अपराध कर रहे हैं।
पिछले कुछ समय से बिहार में आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। पटना में तीन व्यवसायियों की हत्या, फिर एक गैंगस्टर चंदन मिश्रा की अस्पताल में घुसकर गोली मारकर हत्या, और अब गया में गैंगरेप — इन सब घटनाओं ने राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि किस तरह पांच बदमाशों ने अस्पताल में घुसकर चंदन मिश्रा की हत्या कर दी। ऐसी घटनाएं प्रशासन की नाकामी और ढिलाई को दर्शाती हैं।
गठबंधन पर पड़ सकता है असर?
चिराग पासवान केंद्र सरकार में मंत्री हैं और एनडीए का हिस्सा हैं, लेकिन बिहार में वे गठबंधन सरकार की आलोचना कर खुलकर सामने आ रहे हैं। यह स्थिति आने वाले 2025 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के अंदर तनाव को जन्म दे सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग पासवान का यह रुख उन्हें राज्य में विपक्ष की तरह प्रस्तुत कर रहा है, जबकि वे सत्ता का हिस्सा हैं।