आज रविवार का दिन है और तिथि है श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया। खास बात यह है कि आज का दिन हरियाली तीज के पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। यह व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। पूरे देशभर में महिलाओं द्वारा यह पर्व श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया जाता है। आज के दिन माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
तृतीया तिथि का समय
आज तृतीया तिथि सुबह से ही प्रभाव में है और यह रात 10 बजकर 43 मिनट तक रहेगी। इस दौरान व्रत, पूजन और अन्य धार्मिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ समय माना गया है। तृतीया तिथि के समाप्त होने के बाद चतुर्थी तिथि का आरंभ होगा, लेकिन हरियाली तीज का पर्व तृतीया को ही मनाया जाता है।
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज का पर्व विशेषकर उत्तर भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं हरे वस्त्र पहनती हैं, झूले झूलती हैं, मेंहदी रचाती हैं और व्रत रखकर शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। यह व्रत सौभाग्य की प्राप्ति और दांपत्य जीवन की सुख-शांति के लिए रखा जाता है।
योग और नक्षत्र की स्थिति
आज के दिन वरीयान योग बन रहा है, जो देर रात 3 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। वरीयान योग को शुभ और फलदायी माना जाता है। इसके अलावा मघा नक्षत्र भी आज शाम 4 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। मघा नक्षत्र का संबंध राजसिक प्रवृत्ति और पितृ संबंधित कार्यों से होता है।
शुभ मुहूर्त की सूची
आज के दिन कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं। अगर आप कोई नया कार्य शुरू करने जा रहे हैं, पूजन करना है या किसी विशेष काम की शुरुआत करनी है, तो नीचे दिए गए मुहूर्तों का लाभ लिया जा सकता है।
- रवि योग: सुबह 4 बजकर 23 मिनट से लेकर अगले दिन यानी 28 जुलाई की सुबह 5 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4 बजकर 17 मिनट से लेकर 4 बजकर 58 मिनट तक।
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से लेकर 12 बजकर 55 मिनट तक।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2 बजकर 43 मिनट से लेकर 3 बजकर 38 मिनट तक।
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 7 बजकर 15 मिनट से लेकर 7 बजकर 36 मिनट तक।
- संध्या मुहूर्त: शाम 7 बजकर 15 मिनट से लेकर 8 बजकर 18 मिनट तक।
- अमृत काल: दोपहर 1 बजकर 56 मिनट से लेकर 3 बजकर 34 मिनट तक।
राहुकाल का समय शहरों के अनुसार
राहुकाल को शुभ कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है। इस दौरान किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं की जाती। आइए जानते हैं आज के दिन प्रमुख शहरों में राहुकाल का समय क्या रहेगा:
- दिल्ली: शाम 5 बजकर 34 मिनट से 7 बजकर 16 मिनट तक।
- मुंबई: शाम 5 बजकर 38 मिनट से 7 बजकर 16 मिनट तक।
- चंडीगढ़: शाम 5 बजकर 38 मिनट से 7 बजकर 21 मिनट तक।
- लखनऊ: शाम 5 बजकर 16 मिनट से 6 बजकर 58 मिनट तक।
- भोपाल: शाम 5 बजकर 25 मिनट से 7 बजकर 5 मिनट तक।
- कोलकाता: शाम 4 बजकर 41 मिनट से 6 बजकर 20 मिनट तक।
- अहमदाबाद: शाम 5 बजकर 44 मिनट से 7 बजकर 24 मिनट तक।
- चेन्नई: शाम 5 बजकर 2 मिनट से 6 बजकर 37 मिनट तक।
हरियाली तीज के दिन का विशेष महत्व
इस दिन महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं और पूरे दिन भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करती हैं। मंदिरों में विशेष सजावट होती है और सुहागनें मिलकर तीज के गीत गाती हैं। झूले झूलने की परंपरा भी इस पर्व का अहम हिस्सा है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मेले, झूला उत्सव और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है।
पर्व के साथ-साथ ज्योतिषीय दृष्टिकोण
हरियाली तीज का यह पर्व ग्रहों की स्थिति के हिसाब से भी शुभ माना गया है। रवियोग और वरीयान योग जैसे संयोग इस दिन को और भी विशेष बना रहे हैं। वहीं मघा नक्षत्र और शुभ मुहूर्तों की उपस्थिति इस दिन को धार्मिक कार्यों के लिए अत्यंत लाभकारी बनाती है।
पूरे दिन का संक्षिप्त पंचांग
- तिथि: श्रावण शुक्ल पक्ष तृतीया
- वार: रविवार
- नक्षत्र: मघा (शाम 4:23 तक)
- योग: वरीयान (रात 3:13 तक)
- सूर्योदय: सुबह लगभग 5:40 बजे
- सूर्यास्त: शाम लगभग 7:20 बजे
- चंद्रमा: सिंह राशि में