भारत मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवें दिन ड्रॉ की उम्मीद में है। राहुल-गिल की नाबाद साझेदारी, पंत की वापसी और बारिश की संभावना टीम को सहारा दे सकती है। लेकिन नई गेंद के शुरुआती 20 ओवर भारत के लिए निर्णायक रहेंगे।
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट का पांचवां और आखिरी दिन अब सबसे बड़ा इम्तिहान बन गया है। ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच पर टीम इंडिया 174/2 पर खड़ी है और अब भी 137 रन पीछे है। क्रीज पर केएल राहुल (87) और शुभमन गिल (78)** टिके हुए हैं। ऐसे में सवाल है—क्या भारत यह टेस्ट बचा सकता है?
राहुल-गिल ने जलाई उम्मीद
चौथे दिन की शुरुआत में जब भारत के दो विकेट शून्य पर गिर गए थे, तब किसी ने नहीं सोचा था कि दिन के अंत तक टीम 62 ओवर बिना विकेट गंवाए खेल लेगी। राहुल और गिल की धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी ने न सिर्फ टीम को संकट से बाहर निकाला बल्कि ड्रेसिंग रूम और फैंस में ड्रा की उम्मीद भी जगा दी।
नई गेंद के 20 ओवर होंगे निर्णायक
NDTV के कंसल्टिंग एडिटर बोरिया मजूमदार के मुताबिक, 'पुरानी गेंद से शुरुआती 17-20 ओवर भारत निकाल सकता है, लेकिन असली चुनौती तब आएगी जब इंग्लैंड नई गेंद लेगा। पिच पर उछाल और असमान बाउंस बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। वही 20 ओवर मैच का पासा पलटने वाले होंगे।' इसलिए राहुल और गिल को न सिर्फ अपने विकेट बचाने होंगे बल्कि स्ट्राइक रोटेशन और समय खर्च करने की रणनीति पर काम करना होगा।
ऋषभ पंत की मौजूदगी बढ़ाएगी ताकत
भारत के लिए राहत की बात यह है कि चोटिल ऋषभ पंत पांचवें दिन बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध रहेंगे। उनकी आक्रामक शैली और तेजी से रन जोड़ने की क्षमता इंग्लैंड के गेंदबाजों पर दबाव बना सकती है।
बारिश बन सकती है ‘अनदेखा साथी’
मौसम रिपोर्ट के अनुसार मैनचेस्टर में पांचवें दिन बारिश की संभावना है। अगर एक सेशन भी धुल गया, तो भारत के लिए यह बड़ा फायदा होगा। पुरानी गेंद के साथ समय निकालने के बाद बारिश का व्यवधान इंग्लैंड के दबाव को बढ़ा देगा।
इंग्लैंड का गुप्त हथियार: बेन स्टोक्स
अब तक गेंदबाजी नहीं करने वाले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पांचवें दिन पूरी ताकत से उतर सकते हैं। बोरिया मजूमदार का मानना है— 'स्टोक्स ने खुद को चौथे दिन बचाकर रखा। पांचवें दिन वह नई गेंद के साथ आक्रामक गेंदबाजी करेंगे। उनका स्पेल भारत के लिए बड़ी चुनौती हो सकता है।'
पिच रिपोर्ट: बल्लेबाजों के लिए चुनौती और अवसर दोनों
- असमान उछाल: नई गेंद पर खतरनाक हो सकता है।
- पुरानी गेंद पर आसानी: जैसे-जैसे गेंद पुरानी होगी, बल्लेबाजी थोड़ी सरल हो जाएगी।
- भारत को धैर्य के साथ लंबे समय तक क्रीज पर टिकना होगा।
जीत मुश्किल, लेकिन ड्रा संभव
गणित साफ है:
- भारत को मैच जीतने के लिए 400 से ज्यादा रन बनाने होंगे, जो इस परिस्थिति में लगभग नामुमकिन है।
- लेकिन अगर राहुल, गिल और पंत लंबी साझेदारी करते हैं, निचला क्रम टिकता है और बारिश सहयोग करती है, तो भारत यह टेस्ट बचा सकता है।
टीम इंडिया की रणनीति क्या होनी चाहिए?
- पहला सेशन निकालना सबसे जरूरी।
- नई गेंद आने तक विकेट बचाकर खेलना।
- जरूरत पड़ने पर डिफेंसिव एप्रोच अपनाना।
- पंत और निचले क्रम से रन नहीं, बल्कि समय की साझेदारी चाहिए।
- हर सिंगल-डबल को महत्व देना, ताकि इंग्लैंड को थकाया जा सके।