बिहार में 'जन सुराज यात्रा' के संयोजक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत कुमार किशोर लोकसभा चुनाव की तरीको का एलान होने के बाद इन लगातार बिहार के गांवों में घूम-घूमकर रैली और जनसभा कर रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने मुस्लिमों की बस्ती में दिल झकझोरने वाली कह दी।
पटना: बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा होने के बाद तैयारियों को देखते हुए सियासत गरमा गई है। सही नेताओं ने गांव-गाव, मोहल्ले-मोहल्ले में जाकर वोट मांगना शुरू कर दिया है। इसी क्रम सबसे ज्यादा एक्टिव नेता जन सुराज के संस्थापक प्रशांत कुमार किशोर (Prashant Kishor) है, जो बिहार के हर जिले में, हर गांव, गली और चौराहे पर पहुंचकर लोगों से वोटिंग पैटर्न (सत्ता बदल) बदलने की अपील कर रहे हैं।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार Subkuz.com ने बताया कि प्रशांत कुमार मुसलमानों की बस्ती में जाकर लोगों को समझाने और उनकी सोच बदलने का काम किया। उन्होंने कहां कि आपलोग कष्ट में रहते रहते है, महिलाएं दर्द सहन कर रही हैं. आप लोग एक ही झोला बार-बार क्यों उठा रहे हैं। प्रशांत किशोर ने मुस्लिम बस्ती का दौरा करके कहां कि मुसलमानों के गांव में पक्की सड़क नहीं बनी हुई है, बस्ती में नालिया, गालिया और स्कूल-अस्पताल भी नहीं बने हुए हैं।
महिला और पुरुष दर्द झेलने के बाद भी नहीं समझ रहे हैं - प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने मीडिया को बताया कि गांव में जाने के बाद लोगों का दुःख दर्द पता चलता है. मुस्लिम महिलाओं ने घर से बाहर निकलकर कहां कि भैया जी हमे जीवन में कितनी दिक्कत एवं परेशानी है. यह कोई नहीं जानता प्रसव पीड़ा शुरू हो जाए तो सड़क इतनी ज्यादा खराब है कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही जान निकल जाए। अस्पताल भी बहुत दूर है. लेकिन कोई भी नेता हमारे दुःख और दर्द को नहीं देखता है, केवल वोट मांगने आते है, उसके बाद मोहल्ले में पग भी नहीं रखते हैं।
अधिकारी ने बताया कि प्रशांत किशोर की पार्टी 'जन सुराज' को चुनाव आयोग से मान्यता मिल चुकी है और पार्टी को चुनाव चिह्वन के रूप में 'सेब' (Apple) मिला है। लेकिन प्रशांत किशोर ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा जनता के सामने नहीं की है।