पुणे शहर के वाघोली चौक इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है, जहां फुटपाथ पर सो रहे लोगों को एक डंपर ट्रक ने कुचल दिया। इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, डंपर चालक कथित तौर पर नशे की हालत में था।
मुंबई: महाराष्ट्र के पुणे शहर के वाघोली चौक इलाके में रविवार रात को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें दो बच्चों सहित तीन लोगों की जान चली गई। यह घटना रात करीब 1 बजे के आसपास हुई, जब एक डंपर ट्रक फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों के ऊपर चढ़ गया। हादसे में छह अन्य लोग घायल भी हो गए हैं। पुलिस के अनुसार, यह दुर्घटना केसनंद फाटा के पास वाघोली में हुई, जब एक डंपर चालक कथित तौर पर नशे की हालत में था और उसने वाहन पर नियंत्रण खो दिया। डंपर ने फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों की झुग्गियों को कुचल दिया, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई और अन्य छह घायल हुए।
हादसे में तीन की मौत
पुणे के वाघोली चौक इलाके में हुए दर्दनाक हादसे में मारे गए तीन पीड़ितों की पहचान इस प्रकार हुई है: एक वर्षीय वैभवी रितेश पवार, उसका दो वर्षीय भाई वैभव रितेश पवार और 30 वर्षीय रिनेश एन. पवार। पुलिस उपायुक्त हिम्मत जाधव के अनुसार, डंपर चालक शराब के नशे में था और उसने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और मोटर वाहन अधिनियम और संबंधित धाराओं के तहत आगे की जांच की जा रही हैं।
घायल छह अन्य लोगों की हालत गंभीर बताई गई है और उन्हें ससून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, रविवार को अमरावती से करीब एक दर्जन मजदूर क्षेत्र में विभिन्न निर्माण स्थलों पर काम करने के लिए पहुंचे थे, और वे हादसे का शिकार हो गए।
शराब के नशे में था डंपर चालक
पुणे के वाघोली चौक इलाके में हुए हादसे के बाद स्थानीय पुलिस और अधिकारियों ने दुर्घटना के वास्तविक कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रिपोर्टों में यह बताया गया कि चालक नशे की हालत में था, जैसा कि स्थानीय लोगों ने कहा, जो दुर्घटना के समय घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों की मदद करने की कोशिश की थी।
दुर्घटना स्थल पर एक भयावह दृश्य था। पीड़ितों और घायलों के शव पड़े हुए थे, चारों ओर खून फैला हुआ था, और मजदूरों के सामान, कपड़े, और बर्तन बिखरे पड़े थे। यह दृश्य ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो युद्ध क्षेत्र हो। स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस ने डंपर को हटाने का प्रबंध किया और घटनास्थल से संबंधित औपचारिकताएं पूरी कीं। इसके बाद फुटपाथ को साफ किया गया।