Punjab Fire News: बठिंडा की हेरिटेज गद्दा फैक्ट्री में लगी भयंकर आग, तीन मजदूरों की हुई दर्दनाक मौत, आग बुझाने में लगी 70 दमकल

Punjab Fire News: बठिंडा की हेरिटेज गद्दा फैक्ट्री में लगी भयंकर आग, तीन मजदूरों की हुई दर्दनाक मौत, आग बुझाने में लगी 70 दमकल
Last Updated: 19 सितंबर 2024

बठिंडा के डबवाली रोड पर स्थित हेरिटेज गद्दा फैक्ट्री में मंगलवार रात को भीषण आग लग गई, जिसमें तीन मजदूरों की मौत हो गई। आग इतनी भयंकर थी कि इसे बुझाने के लिए बठिंडा के साथ-साथ आसपास के शहरों और मंडियों से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलानी पड़ीं। लगभग 70 दमकलकर्मियों ने छह घंटे की कठिन मेहनत के बाद आग पर काबू पाया।

बठिंडा: डबवाली रोड पर स्थित गांव गहरी बुट्टर की हेरिटेज गद्दा फैक्ट्री में मंगलवार रात करीब नौ बजे जोरदार धमाके के बाद आग लग गई, जिससे तीन मजदूर जिंदा जल गए। मृतक मजदूरों की पहचान 20 वर्षीय विजय कुमार (पुत्र पन्ना लाल), 19 वर्षीय नरिंदर सिंह (पुत्र बीरा सिंह) और 20 वर्षीय लखवीर सिंह (पुत्र गुरमीत सिंह) के रूप में की गई है। सभी मृतक गांव शेरगढ़ के रहने वाले थे।

घटना के समय फैक्ट्री के अंदर थे पांच मजदुर

स्टोर के शेड से अचानक आग की लपटें उठने लगीं। आग इतनी भयंकर थी कि शेड पिघलकर गिर गया और एक ट्रक पूरी तरह से जल गया। तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया, लेकिन लपटें इतनी ऊंची थीं कि दूर के गांवों से भी देखी जा सकती थीं। आग लगने के समय स्टोर में पांच मजदूर गद्दों की स्लैब लगा रहे थे। दो मजदूर नीचे से गद्दे पकड़ रहे थे, जबकि विजय कुमार, नरिंदर सिंह, और लखवीर सिंह ऊपर काम कर रहे थे। नीचे खड़े मजदूर तुरंत बाहर भाग गए, लेकिन ऊपर काम कर रहे तीनों मजदूर आग की चपेट में आ गए और उनकी जलकर मौत हो गई। आग की तीव्रता इतनी थी कि बठिंडा स्टेशन की सभी छह फायर गाड़ियों से आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद भुच्चो, रामपुरा फूल, मौड़ मंडी, गुरु गोबिंद सिंह रिफाइनरी, तलवंडी साबो, मानसा, डबवाली और गिद्दड़बाहा से अतिरिक्त फायर ब्रिगेड गाड़ियां बुलानी पड़ीं।

70 दमकल कर्मचारियों ने पाया आग पर काबू

फैक्ट्री के अंदर लगे फायर सिस्टम से आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह असफल रहा। बठिंडा और आसपास के शहरों तथा मंडियों की फायर ब्रिगेड गाड़ियों के साथ करीब 70 दमकल कर्मचारियों ने छह घंटे की मेहनत के बाद बुधवार सुबह तीन बजे तक आग पर काबू पाया। घटना की सूचना मिलते ही एडीसी नरिंदर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि आग लगने के कारण की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। सिक्योरिटी गार्ड्स के अनुसार, फैक्ट्री में रात नौ बजे जोरदार धमाका हुआ था, जिसके बाद आग ने भयावह रूप ले लिया।

ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग

बता दें बुधवार को गांव शेरगढ़ के ग्रामीणों ने फैक्ट्री के गेट पर धरना दिया और मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग की। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने के अलावा एक परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की। दोपहर तक शवों का पोस्टमार्टम भी नहीं हो पाया था।

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