PM Modi: 26 सितंबर को पीएम मोदी का वाराणसी दौरा, Airport की नई टर्मिनल बिल्डिंग का करेंगे वर्चुअली शिलान्यास

PM Modi: 26 सितंबर को पीएम मोदी का वाराणसी दौरा, Airport की नई टर्मिनल बिल्डिंग का करेंगे वर्चुअली शिलान्यास
Last Updated: 11 घंटा पहले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे। इस टर्मिनल का निर्माण 897 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। नई तीन मंजिला इमारत में आठ एयरोब्रिज, 72 चेक-इन काउंटर, और 14 सिक्योरिटी काउंटर होंगे।

UP News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे, और अक्टूबर में काशी दौरे के दौरान इसका भूमि पूजन करेंगे।

इसके लिए जिला प्रशासन और एयरपोर्ट अथॉरिटी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बुधवार को एयरपोर्ट का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री देश के छह एयरपोर्ट्स की नई टर्मिनल बिल्डिंग का वर्चुअल शिलान्यास करेंगे, जिनमें वाराणसी के साथ बागडोगरा, शोलापुर, दरभंगा, आगरा और सहारनपुर शामिल हैं।

कार्यक्रम का शेड्यूल

नई टर्मिनल बिल्डिंग के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान, LED स्क्रीन पर वर्चुअल शिलान्यास का सीधा प्रसारण किया जाएगा। टेंट में पांच हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने की संभावना है, लेकिन अभी तक कार्यक्रम का पूरा शेड्यूल तय नहीं हुआ है।

निर्माण में 897 करोड़ की लागत

लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का टेंडर अहलूवालिया कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। यह टेंडर 897 करोड़ रुपये का है, और निर्माण कार्य 75,000 वर्गमीटर क्षेत्र में होगा।

नए टर्मिनल में तीन मंजिलें होंगी

ग्राउंड फ्लोर- आगमन क्षेत्र

पहला तल- यात्री प्रस्थान

दूसरा तल- कार्यालय क्षेत्र

इसमें आठ एयरोब्रिज, 72 चेक-इन काउंटर, 14 सिक्योरिटी काउंटर और अन्य आधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। भवन का डिज़ाइन विश्वनाथ धाम और बीएचयू के सिंह द्वार की तर्ज पर होगा, और चेक-इन काउंटर गंगा में संचालित अलकनंदा क्रूज की तर्ज पर होंगे।

टर्मिनल के अंदर काशी की संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियां भी बनाई जाएंगी। यह टर्मिनल एक समय में 5000 यात्रियों को समायोजित कर सकेगा।

भू-अधिग्रहण के तहत, किसानों से ज़मीन खरीदने का कार्य प्रगति पर है और इसके लिए 550 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी की गई है। पूरे भू-अधिग्रहण और विस्तार पर 1015 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

नए टर्मिनल के साथ रनवे विस्तार, आइएलएस कैट-3 प्रणाली का इंस्टालेशन, नया एयरपोर्ट टर्मिनल, कार्गो टर्मिनल, विमान हैंगर, विमान स्टैंड, और नया रडार शामिल हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मौसम खराब होने की स्थिति में भी बोइंग विमान आसानी से लैंड कर सकें। निर्माण कार्य 36 महीनों में पूरा होगा।

क्यों बनाया जा रहा है नया टर्मिनल

वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की आवश्यकता को समझने के लिए, वर्तमान स्थिति का अवलोकन करना महत्वपूर्ण है।

वर्तमान टर्मिनल की स्थिति

क्षमता- वर्तमान टर्मिनल की क्षमता केवल 800 यात्रियों की है, जबकि यह 2010 में बनाया गया था।

यात्री संख्या- उस समय प्रतिदिन 2000-3000 यात्री एयरपोर्ट पर आते थे। अब, प्रतिदिन लगभग 10,000 यात्री एयरपोर्ट का उपयोग कर रहे हैं।

समस्या- यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण, अक्सर कई विमान एक साथ लैंड करते हैं। इस स्थिति में, टर्मिनल पर बैठने की सुविधा नहीं होती और यात्रियों को फर्श पर बैठना पड़ता है। आगमन हॉल में केवल एक कन्वेयर बेल्ट है, जिससे एक साथ कई विमानों के आने पर यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।

नए टर्मिनल की आवश्यकता

1. बढ़ती यात्री संख्या- वाराणसी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नए टर्मिनल की आवश्यकता इस बढ़ती संख्या को संभालने के लिए है।

2. सुविधाओं की कमी- मौजूदा टर्मिनल की सीमित क्षमता और सुविधाओं के कारण यात्रियों को असुविधा होती है। नया टर्मिनल यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा, जैसे कि अधिक चेक-इन काउंटर, सिक्योरिटी काउंटर, और कुर्सियों की पर्याप्त व्यवस्था।

3. प्रभावी प्रबंधन- नए टर्मिनल में आधुनिक प्रबंधन प्रणालियाँ और सुविधाएं होंगी, जो यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगी।

इस प्रकार, नए टर्मिनल का निर्माण एयरपोर्ट की वर्तमान समस्याओं को दूर करने और बढ़ती यात्री संख्या के अनुसार सुविधाओं को अपडेट करने के लिए आवश्यक है।

 

 

 

 

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