पंजाब सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटा दिया, सड़कें खोलीं। ट्रैफिक की आवाजाही शुरू, पंजाब मंत्री हरपाल चीमा ने किसानों से दिल्ली में विरोध करने की अपील की।
Shambhu Border Open: पंजाब में 13 महीने से जारी किसान आंदोलन के बाद, आखिरकार पंजाब सरकार ने किसानों को शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटा दिया। बुधवार देर रात शुरू हुई पुलिस कार्रवाई गुरुवार को भी जारी रही। पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर ढांचों और शेडों को ध्वस्त कर दिया, जिससे एक तरफ की सड़क को खोल दिया गया। इसके बाद हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही भी शुरू हो गई है।
ट्रैफिक की आवाजाही शुरू
पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह ने गुरुवार को बताया कि सड़कों को अब यात्रा के लिए खोल दिया गया है और ट्रैफिक की आवाजाही सामान्य तरीके से शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले 3-4 घंटों में सभी सड़कों पर ट्रैफिक सामान्य हो जाएगा।
करनाल में किसानों का विरोध प्रदर्शन
पंजाब पुलिस द्वारा शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाए जाने के बाद, अखिल भारतीय किसान सभा और भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में किसानों ने हरियाणा के करनाल में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आवास तक विरोध मार्च निकाला। यह मार्च पंजाब-हरियाणा सीमा पर किसानों के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई के खिलाफ था।
हरपाल सिंह चीमा का बयान
पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह कदम शंभू और खनौरी बॉर्डर को खोलने के लिए उठाया गया था। उन्होंने कहा कि किसानों को दिल्ली या अन्य स्थानों पर अपनी मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ उठानी चाहिए, क्योंकि पंजाब सरकार और राज्य के लोग पहले भी किसानों के समर्थन में खड़े थे। चीमा ने कहा कि लंबे समय से बंद बॉर्डर के कारण पंजाब के व्यापारी और युवा परेशान हैं, और इसे खोलने से व्यापार में सुधार होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा।