राजस्थान रोडवेज अगले दो वर्षों में अपने बेड़े में 500 डीजल और 300 इलेक्ट्रिक बसें शामिल करेगा। इसके साथ ही निगम में विभिन्न पदों पर भर्तियां भी की जाएंगी, जिनकी पात्रता में बदलाव होगा। यह निर्णय राज्य सड़क परिवहन निगम की 309वीं बैठक में लिया गया।
जयपुर: राजस्थान रोडवेज ने अपनी 309वीं बैठक में अगले दो वर्षों में 500 डीजल और 300 इलेक्ट्रिक बसों को अपने बेड़े में जोड़ने का निर्णय लिया। साथ ही, निगम विभिन्न पदों पर भर्तियां भी करेगा। यह कदम यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए उठाया गया है। राजस्थान रोडवेज की नई भर्ती प्रक्रिया में पात्रता मानदंडों में बदलाव किया गया है। कुछ पदों के पाठ्यक्रम में भी संशोधन किया गया हैं।
राज्य सरकार के विभागों के पदों का पाठ्यक्रम राज्य सरकार के समान रहेगा, जबकि अन्य पदों का पाठ्यक्रम पिछले भर्ती जैसा ही रहेगा। इसके साथ ही, आरक्षण संबंधी नियमों को भी मंजूरी मिल गई हैं।
राजस्थान रोडवेज के बेड़े में शामिल होगी 800 नई डीजल और इलेक्ट्रिक बसें
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों में से एक था रोडवेज के बेड़े में 800 नई बसें जोड़ने का निर्णय। इनमें 500 डीजल और 300 इलेक्ट्रिक बसें शामिल होंगी। इन बसों को 'सर्विस मॉडल' पर लिया जाएगा, जिसका मतलब है कि रोडवेज इन बसों को खरीदने की बजाय किराए पर लेगा। यह कदम यात्रियों के लिए बहुत फायदेमंद होगा, क्योंकि इससे उन्हें आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा और विभिन्न रूटों पर बस सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे आवाजाही आसान हो सकेगी। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को यह निर्णय विशेष लाभ प्रदान करेगा।
इलेक्ट्रिक बसों का उपयोग पर्यावरण के लिए भी लाभकारी होगा, क्योंकि ये कम प्रदूषण उत्पन्न करती हैं और शहरों को साफ रखने में मदद करती हैं। इस फैसले से सार्वजनिक परिवहन में सुधार होगा और शहरों की सफाई और हरित पर्यावरण को बढ़ावा मिलेगा।
बैठक में रोडवेज ने भर्तियों का भी हुआ ऐलान
रोडवेज ने विभिन्न पदों पर भर्तियों का ऐलान किया है, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इन भर्तियों में कनिष्ठ सहायक, कनिष्ठ विधि अधिकारी, कनिष्ठ अभियंता, चालक, कनिष्ठ लेखाकार और आर्टिजन ग्रेड 3 जैसे पद शामिल हैं। भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इन भर्तियों के लिए कुछ नियमों में बदलाव किया गया है, जैसे आर्टिजन ग्रेड 3 के लिए अब अप्रेंटिसशिप की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है, जिससे अधिक युवा आवेदन कर सकेंगे।
निगम अध्यक्ष शुभ्रा सिंह ने बताया कि रोडवेज के बेड़े में 500 डीजल और 300 इलेक्ट्रिक बसें सर्विस मॉडल पर ली जाएंगी, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी और उनके सफर को आरामदायक बनाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन पर तेजी से काम हो रहा हैं।
इसके अलावा, भर्तियों के पात्रता मानदंडों में भी बदलाव किया गया है, और कुछ पदों के लिए पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है। राज्य सरकार के विभागों वाले पदों का पाठ्यक्रम राज्य सरकार के मानक के अनुसार रहेगा, जबकि अन्य पदों का पाठ्यक्रम पिछली भर्ती जैसा ही रहेगा। आरक्षण संबंधी नियमों को भी मंजूरी दी गई हैं।