Sharda Sinha: लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत बिगड़ी, एम्स दिल्ली के ICU वार्ड में भर्ती

Sharda Sinha: लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत बिगड़ी, एम्स दिल्ली के ICU वार्ड में भर्ती
Last Updated: 16 घंटा पहले

बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत अचानक बिगड़ने के कारण उन्हें दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हाल ही में उनके पति का निधन हुआ था, जिसे लेकर वह काफी दुखी हैं। शारदा सिन्हा ने 1980 में अपने गायन करियर की शुरुआत की और अब तक 62 से अधिक छठ गीतों को अपनी आवाज में पिरो चुकी हैं। उन्हें 1991 में पद्म श्री और 2018 में पद्म विभूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं।

Sharda Sinha: बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती कराया गया है। एम्स के सूत्रों के अनुसार, फिलहाल उन्हें ICU में रखा गया है। जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से उनकी तबियत ठीक नहीं थी, लेकिन आज सुबह उनकी हालत और ज्यादा बिगड़ गई। गौरतलब है कि हाल ही में उनके पति ब्रज किशोर का 80 वर्ष की आयु में ब्रेन हैमरेज के कारण निधन हुआ था। इस साल शारदा और उनके पति ब्रज किशोर ने अपनी शादी की 54वीं सालगिरह मनाई थी।

शारदा सिन्हा कौन हैं?

 

शारदा सिन्हा, बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका, हाल ही में तबीयत बिगड़ने के कारण एम्स दिल्ली के ICU वार्ड में भर्ती की गई हैं। उनका स्वास्थ्य हाल के दिनों में चिंताजनक हो गया है, जिसके चलते उन्हें चिकित्सीय देखरेख की आवश्यकता पड़ी। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 को बिहार के सुपौल जिले में हुआ। उन्होंने 1980 में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की और तब से मैथिली और भोजपुरी संगीत में अपनी अनोखी पहचान बनाई। उनकी आवाज़ में एक विशेष मिठास है, जो श्रोताओं के दिलों में गहराई से उतर जाती है।

शारदा सिन्हा ने केवल बिहार बल्कि पूरे देश में अपने गानों के जरिए लोक संस्कृति को फैलाने का कार्य किया है। उनके कई हिट गाने आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं, और वे लोक गायकी की एक महत्वपूर्ण धरोहर मानी जाती हैं। उनके फैंस और शुभचिंतक उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

छठ गानों के लिए मशहूर हैं लोक गायिका

वह अपने छठ गानों को लेकर बिहार में काफी प्रसिद्ध हैं और अब तक 62 से अधिक छठ के गानों को आवाज दे चुकी हैं। उनके गाने हर साल छठ पूजा के दौरान विशेष रूप से सुने जाते हैं, जो इस पर्व की महत्ता को और बढ़ाते हैं। शारदा सिन्हा ने केवल बिहार बल्कि पूरे देश में अपने गानों के जरिए लोक संस्कृति को फैलाने का कार्य किया है। उनके फैंस और शुभचिंतक उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं, ताकि वे जल्द ही अपनी मधुर आवाज़ से श्रोताओं का मनोरंजन कर सकें।

पद्म श्री और पद्म विभूषण से किया सम्मानित

संगीत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए, शारदा सिन्हा को 1991 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 2018 में उन्हें पद्म विभूषण से भी नवाजा गया, जो उनके समर्पण और प्रतिभा का प्रमाण है।

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