Sri Lanka Rain Flood: श्रीलंका में बाढ़ का कहर, 1 लाख से अधिक लोग प्रभावित, कोलंबो में सुरक्षा के मद्देनजर स्कूलों को बंद करने का आदेश

Sri Lanka Rain Flood: श्रीलंका में बाढ़ का कहर, 1 लाख से अधिक लोग प्रभावित, कोलंबो में सुरक्षा के मद्देनजर स्कूलों को बंद करने का आदेश
Last Updated: 15 अक्टूबर 2024

श्रीलंका में भारी बारिश ने व्यापक तबाही उत्पन्न की है। कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस लगातार बारिश और बाढ़ के कारण एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।

Sri Lanka: श्रीलंका में तेज बारिश के कारण हालात गंभीर हो गए हैं। बाढ़ के चलते सोमवार को राजधानी कोलंबो और उसके उपनगरीय क्षेत्रों के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया। श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, सप्ताहांत में हुई मूसलधार बारिश ने देश के विभिन्न हिस्सों में भारी तबाही मचाई है। घर, खेत और सड़कें सभी जगह जलमग्न हो चुके हैं। इस बाढ़ में तीन लोगों की मृत्यु हो गई है, जबकि लगभग एक लाख 34 हजार लोग इससे प्रभावित हुए हैं।

बाढ़ क्षेत्रों में सुरक्षा बल तैनात

श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि बारिश और बाढ़ के कारण 240 घरों को नुकसान पहुंचा है। लगभग सात हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर कुछ क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया है। पीड़ितों की सहायता करने, खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्ताएं मुहैया कराने के लिए नौसेना सहित सेना के जवानों को तैनात किया गया है।

इससे पहले आई बढ़ में 16 की मौत

स्थानीय टेलीविजन चैनलों ने कोलंबो के उपनगरीय क्षेत्रों में बाढ़ की गंभीर स्थिति को प्रदर्शित किया। कुछ क्षेत्रों में पानी सीधे घरों और दुकानों की छतों तक पहुंच गया है। श्रीलंका में मई से ही मॉनसून की बारिश के चलते हालात बिगड़ते जा रहे हैं। जून में यहां आई बाढ़ और भूस्खलनों के कारण 16 लोगों की जानें भी चली गई थीं।

2021 में भी देखा गया ऐसा नजारा

2021 में भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिला था यह पहला अवसर नहीं है जब श्रीलंका में बाढ़ का विकराल रूप देखा गया है। इससे पहले, वर्ष 2021 में भी भारी वर्षा ने यहां इसी प्रकार का संकट उत्पन्न किया था। तब कई लोगों के घर बाढ़ के पानी में डूब गए थे। उस समय पांच हजार से अधिक लोगों को स्थानांतरित होना पड़ा था। उस समय भी बाढ़ ने अत्यधिक नाश और विनाश किया था।

Leave a comment