लखनऊ :- ठाकुरगंज के एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद जब महिला का इलाज हो रहा था तो महिला ने प्रसव के दौरान अपना दम तोड़ दिया, जबकि नवजात जिसकी जान अभी सुरक्षित हैं उसको परिजनों ने किसी दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। हालांकि अभी भी नवजात की हालत थोड़ी नाजुक बनी हुई है। पति समेत महिला के घरवालों ने निजी अस्पताल के खिलाफ हंगामा किया। परिजनों ने तुरंत अस्पताल और स्टाफ के खिलाफ पुलिस में शिकायत की और शिकायत पर ठाकुरगंज पुलिस ने मृतका का पोस्टमार्टम कराया है। रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस कोई कार्रवाई करेगी। पति ने नर्सिंग होम संचालिका के खिलाफ सीएमओ के यहां भी शिकायत दर्ज करवाई है।
सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा है की उनकी टीम जल्द ही पुरे मामले की जांच करेगी। ठाकुरगंज निवासी गोपी किशन गुप्ता ने बताया कि जब उनकी पत्नी श्रद्धा गुप्ता को प्रसव पीड़ा होनी शुरू हुई तो उन्हें नजदीकी एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया। ऑपरेशन के द्वारा श्रद्धा गुप्ता का प्रसव कराया गया। प्रसव होने के बाद नवजात बच्चा व प्रसूता दोनों स्वस्थ थे। पति ने बताया कि उनकी पत्नी को दोपहर करीब दो बजे पेट दर्द की शिकायत होने लगी । श्रद्धा के पति ने बताया की उनकी पत्नी ऑपरेशन के दौरान बेहोशी में थी, और श्रद्धा ने उनके परिजनों को बताया की जब उसका ऑपरेशन हो रहा था उसने बेहोशी में डॉक्टरों को आपस में बात करते हुए सुना | सभी डॉक्टर आपस में बात कर रहे थे कि गलती से उनसे नस कट गई है। कुछ देर बाद डॉक्टर ने कहा कि श्रद्धा को दिल का दौरा पड़ा हैं, हालंकि यह परिजनों के अनुसार एक बहाना था।
नर्सिंग होम की कार में नहीं थी ऑक्सीजन
प्रसूता की सांसे थमने लगीं। आनन-फानन में पीड़िता के परिजन नर्सिंग होम संचालक की निजी कार से श्रद्धा को लेकर लारी कार्डियोलॉजी तक पहुंचे। कार में किसी भी प्रकार की ऑक्सीजन की कोई सुविधा नहीं थी। पति ने बताया कि कार में ही ऑक्सीजन की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने के कारण उनकी पत्नी ने कार में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद नाराज परिजनो ने अस्पताल पर इलाज में कोताही का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। 112 डायल करके पुरे मामले की सूचना दी गयी, जिसके बाद इंस्पेक्टर, ठाकुरगंज विकास राय ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया हैं और जैसे भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आती हैं उसके बाद पुलिस किसी निर्णय तक पहुंच सकती है।