Tirupati Prasad: तिरूपति लड्डू विवाद पर कांग्रेस नेता का अजीबो-गरीब बयान, पीएम मोदी और सीएम नायडू से की इस्तीफा देने की मांगा, जानें पूरा मामला

Tirupati Prasad: तिरूपति लड्डू विवाद पर कांग्रेस नेता का अजीबो-गरीब बयान, पीएम मोदी और सीएम नायडू से की इस्तीफा देने की मांगा, जानें पूरा मामला
Last Updated: 20 सितंबर 2024

तिरूपति मंदिर के लड्डू में मिलावट के मामले में आई कथित लैब रिपोर्ट ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के एक नेता ने पीएम मोदी और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू से इस्तीफे की मांग की है। उनका आरोप है कि यह मामला धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में गर्मागरमी पैदा कर दी है और इस पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं।

आंध्रप्रदेश: आंध्र प्रदेश के तिरूपति मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवर की चर्बी मिलाने का मामला बहुत ही संवेदनशील है और इससे धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम चंद्रबाबू नायडू से इस्तीफे की मांग की है, क्योंकि उनका मानना है कि इस मामले में लापरवाही और अनदेखी के लिए दोनों नेता जिम्मेदार हैं।

उन्होंने कहा कि यह मामला केवल एक खाद्य सामग्री में मिलावट नहीं है, बल्कि धार्मिक आस्था से जुड़ा है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। अल्वी का आरोप है कि यदि इस तरह की घटनाएँ होती हैं, तो यह सरकार की विफलता को दर्शाता है, और इसलिए जिम्मेदार लोगों को अपनी जवाबदेही स्वीकार करनी चाहिए। इस विवाद ने राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है और अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर कैसे प्रतिक्रिया देती हैं।

BJP को सत्ता में रहने का को अधिकार नहीं- राशिद अल्वी

राशिद अल्वी ने तिरूपति मंदिर के प्रसादम विवाद पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तिरुपति एक आस्था का स्थल है, और इस प्रकार की घटनाएँ लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही हैं। उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि यदि ऐसी चीजें हो रही हैं, तो पार्टी को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। अल्वी ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस की सरकार में इस तरह की लापरवाही नहीं हो सकती। उनका यह बयान इस बात को रेखांकित करता है कि यह विवाद न केवल धार्मिक भावनाओं का मामला है, बल्कि यह राजनीतिक जिम्मेदारी का भी विषय बन गया है। इससे कांग्रेस और बीजेपी के बीच की राजनीतिक खाई और गहरी हो सकती है, क्योंकि दोनों पार्टियाँ इस मुद्दे पर अपनी-अपनी स्थिति स्पष्ट करने में जुटी हैं।

पीएम और सीएम दोनों इस्तीफा दें- राशिद अल्वी

राशिद अल्वी ने तिरूपति मंदिर के प्रसादम विवाद पर बीजेपी और आंध्र प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि बीजेपी को बीफ या धर्म से कोई सरोकार नहीं है, और वे सिर्फ लोगों की भावनाओं के साथ खेल रहे हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यदि तिरूपति जैसे पवित्र स्थान पर लड्डू बनाने के लिए बीफ ग्रीस का इस्तेमाल किया गया है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को इस्तीफा दे देना चाहिए।

अल्वी ने कहा कि यह मुद्दा करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा है और ऐसे में पीएम और सीएम को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनका यह बयान धार्मिक भावनाओं के प्रति संवेदनशीलता को उजागर करता है, और यह दर्शाता है कि यह विवाद न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीतिक तनाव को बढ़ा सकता हैं।

पवन कल्याण ने क्या कहा?

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने तिरुपति मंदिर के लड्डू में एनिमल फैट मिलाने के विवाद पर चिंता जताते हुए कहा कि यह सभी के लिए एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने सुझाव दिया कि पूरे भारत में मंदिरों से संबंधित मामलों की देखरेख के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 'सनातन धर्म रक्षण बोर्ड' का गठन किया जाना चाहिए। पवन कल्याण का यह बयान धार्मिक आस्था की सुरक्षा और मंदिरों से जुड़े मामलों को लेकर बढ़ती चिंताओं को दर्शाता है। उनका मानना है कि इस प्रकार के मुद्दे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालुओं की भावनाओं को सुरक्षित रखा जा सके।

 

 

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