उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंत्री ओम प्रकाश राजभर की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें वह समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ नजर आ रहे हैं। ये तस्वीरें अब सुर्खियां बटोर रही हैं।
UP Assembly Session 2024: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। सपा विधायक कार्यवाही के दौरान स्पीकर के पास पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। बार-बार मना करने के बावजूद जब सपा विधायकों ने अपनी नारेबाजी जारी रखी, तो सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा।
सदन शुरू होने से पहले हुई शिष्टाचार मुलाकातें
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले कई विधायक और मंत्री एक-दूसरे से शिष्टाचार मुलाकात करते नजर आए। इस दौरान मंत्री ओम प्रकाश राजभर की कुछ तस्वीरें चर्चा में आ गईं। सपा विधायक अभय सिंह और मनोज पांडेय ने ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात की और उनसे हाथ मिलाया। गौरतलब है कि ये दोनों विधायक अब बीजेपी के समर्थन में हैं।
इसके अलावा, अन्य विधायकों ने भी आपस में शिष्टाचार भेंट की। हालांकि, सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद सपा विधायकों के हंगामे के कारण इसे कुछ ही देर में स्थगित करना पड़ा।
सीएम योगी ने की अपील
सत्र के शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलों से सदन को सुचारू रूप से चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, "सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। सदन का समय जनता के मुद्दों पर बहस करने के लिए है, इसे व्यवधान के लिए बर्बाद नहीं करना चाहिए।"
विपक्ष और सरकार के बीच तीखी प्रतिक्रिया
मंत्री संजय कुमार निषाद ने सपा और कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा, "सदन लोकतंत्र की सभा है, जहां जनता के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। सपा और कांग्रेस के कार्यकाल में 40 साल से बंद एक मंदिर को अब खुलवाया गया है। उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे सभी के लिए काम करते हैं या सिर्फ एक वर्ग के लिए।"
दूसरी ओर, सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "राज्य में कई अहम मुद्दे हैं, लेकिन भाजपा सरकार सदन नहीं चलने देना चाहती। अगर सदन नहीं चलेगा, तो हम मुद्दे कैसे उठाएंगे? यह सरकार अब तक की सबसे भ्रष्ट और धोखेबाज सरकार है।"
सदन की कार्यवाही पर संकट
सत्र के पहले दिन हुए इस हंगामे से सदन की कार्यवाही बाधित हुई। सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच तीखी नोकझोंक ने यह स्पष्ट कर दिया कि आगे के दिनों में सत्र में विवाद और बढ़ सकता है। विपक्ष जहां सरकार को घेरने के लिए तैयार है, वहीं सरकार ने भी सदन में अपनी स्थिति को मजबूत करने की रणनीति बना ली है।