उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में प्रभारी मंत्रियों, उपमुख्यमंत्री और भाजपा संगठन के पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक का उद्देश्य अब तक की तैयारियों का मूल्यांकन करना और प्रत्याशियों के नामांकन से लेकर जीत की रणनीति पर चर्चा करना है।
ByElection Meeting: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उपचुनाव के दौरान सभी नौ सीटों पर जीत हासिल करने के लिए अपनी रणनीति पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। उपचुनाव की अधिसूचना जारी होने के पश्चात यह पहली बैठक होगी, जिसमें प्रभारी मंत्रियों के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री और भाजपा संगठन के पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
बैठक में चुनावों को लेकर समीकरण तैयार
बैठक में अब तक की तैयारियों का फीडबैक लेने के साथ-साथ प्रत्याशियों के नामांकन और उन्हें जीताने की भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। उपचुनाव में एनडीए की सभी सीटों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ विपक्षी खेमे की विधानसभा सीटों में भी सेंध लगाकर सभी नौ सीटें जीतने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं कमान संभाल रखी है।
इसीलिए उपचुनाव की तारीखों के ऐलान से लगभग ढाई महीने पहले ही योगी ने जमीनी मोर्चे पर अपने 30 मंत्रियों को सक्रिय कर दिया था। मंत्रियों द्वारा जमीनी स्तर पर किए गए कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से लेकर संगठन स्तर तक बैठकें भी आयोजित की गई हैं।
दरअसल, भाजपा उपचुनाव में अच्छे प्रदर्शन के जरिए लोकसभा चुनाव का हिसाब चुकता करने के साथ ही वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण संदेश भेजना चाहती है।
सपा ने लगाया आरोप
समाजवादी पार्टी (सपा) ने यह आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश की उन नौ विधानसभा सीटों से संबंधित मतदाता सूची, जहां उपचुनाव होने जा रहे हैं, बार-बार मांगने के बावजूद जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। सपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि उपचुनाव वाले क्षेत्रों की संशोधित मतदाता सूची राजनीतिक दलों को तुरंत प्रदान की जाए।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि प्रदेश में नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर से प्रारंभ हो रही है। लोकसभा चुनाव के संपन्न होने के बाद से 7 जून से प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों के पोलिंग स्टेशनों पर मतदाता सूची में बड़ी संख्या में नामों को काटा, जोड़ा और संशोधित किया गया है, लेकिन इस संबंध में राजनीतिक दलों को कोई सूचना नहीं दी गई है।
मतदाता सूची की मांग
सपा के जिलाध्यक्षों द्वारा मतदाता सूची की मांग संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी से की जा रही है, लेकिन बार-बार अनुरोध करने के बावजूद वोटर लिस्ट उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। सपा ने आग्रह किया है कि करहल, कटेहरी, सीसामऊ, कुंदरकी, फूलपुर, मझवां, मीरापुर, खैर, और गाजियाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची पार्टी को तुरंत प्रदान की जाए। सपा के प्रतिनिधियों केके श्रीवास्तव और राधेश्याम सिंह ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है।