'द गार्डियन' ब्रिटिश अख़बार ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि भारत की खुफिया एजेंसी RAW ने पाकिस्तान में आतंकवादियों की ''टारगेट किलिंग'' की हैं। इस पर अमेरिका ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दोनों के मामले में दखल देने से इनकार किया।
Target Killing on America: भारत पर पाकिस्तान में टारगेट किलिंग कराने के आरोपों पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिका विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि मैथ्यू मिलर ने कहा कि हमने मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं। अमेरिका इस पर कोई हस्तेक्षप नहीं कर रहा है। '
मिलर ने अपनी रिपोर्ट पर कहा, "हम चाहेंगे की भारत-पाक मामले को बातचीत और शांतिपूर्ण तरिके से सुलझाएं।" इन दिनों ब्रिटिश अखबार 'द गार्डियन' ने दावा किया था कि भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों की टारगेट किलिंग कराई हैं। इसके तहत रिपोर्ट पर मिलर से सवाल-जवाब किए गए थे।
क्या है भारत-पाक 'टारगेट किलिंग'
मिली जानकारी के अनुसार, ब्रिटिश अखबार 'द गार्डियन' ने 4 अप्रैल को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के हवाले से एक रिपोर्ट छापी। इसमें लिखा गया था कि भारत ने वहां आतंकियों की टारगेट किलिंग करवाई है। रिपोर्ट्स के अनुसार खबर में लिखा था, वर्ष 2021 से लेकर साल 2024 के बीच 20 आतंकवादियों को पाकिस्तान में घुसकर भारत ने मारा है. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने भारत की खुफिया एजेंसी RAW पर इन हत्याओं में शामिल होने का आरोप लगाया है। भारत-पाक के इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स ने बताया है कि भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति के तहत पाकिस्तान में कई लोगों की हत्या करवाई है।"
अमेरिका ने दखल देने से किया इनकार
भारत पर पाकिस्तान में टारगेट किलिंग के आरोपों पर जब समाचार एजेंसी ने अमेरिका से उसका मत जानना चाहा तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, " हम इस मुद्दे को लेकर आई मीडिया रिपोर्ट्स का अनुसरण कर रहे हैं। इन आरोपों पर हम कुछ नहीं कह सकते हैं। लेकिन निश्चित तौर पर, अमेरिका भारत-पाक मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते। हम दोनों पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वो तनाव से बचें और शांतिपूर्ण बातचीत के माध्यम से समाधान खोजें।"
पाकिस्तान के विदेशी विभाग ने लगाया आरोप
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि सियालकोट में शाहिद लतीफ़ और रावलकोट में मोहम्मद रियाज़ की हत्याएं भारतीय एजेंट्स द्वारा की गई थीं। दरअसल, 11 अक्टूबर 2023 को पाकिस्तान के सियालकोट में आतंकी मौलाना मसूद अजहर का रिश्तेदार और पठानकोट एयर बेस हमले के मास्टरमाइंड जैश आतंकी शहीद लतीफ की अन्य आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पाक आतंकियों में भारत का खौफ
मीडिया रिपोर्ट्स में कथित तौर पर भारत और पाक के खुफिया अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि भारत सरकार विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों की हत्या करा रही है। इसके दौरान बताया जा रहा है कि 'Unknown gunman' के हमलों से घबराए आतंकी और उनके सरदार पाकिस्तान में अंडरग्राउंड हो गए हैं। साथ ही मौजूद इंडिया के मोस्ट वांटेड आतंकियों में टॉप लेवल के आतंकवादियों को ISI ने कड़ी सुरक्षा प्रदान की है। वहीं कुछ आतंकियों ने उन्नत हथियारों से लैस प्राइवेट सुरक्षा गार्ड एक्टिव कर लिए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हमेशा कराची, लाहौर, रावलपिंडी में सामूहिक रैलियां और जलसे में आतंकी खुलेआम नजर आते थे, लेकिन अब सभी अंडरग्राउंड हो चुके है।
दूसरी तरफ भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंटरव्यू में कहा था कि ''वर्तमान में भारत अपने दुश्मनों को जवाब देने में सक्षम है, जो लोग भारत के खिलाफ जाएंगे तो भारत उनका पीछा करेगा। यह लोग दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो इनको घर में घुसकर मारेंगे।'
विदेशमंत्री के बयान : एस. जयशंकर
रिपोर्ट में कहा गया कि विदेशों में खालिस्तानी आतंकियों की हत्या के पीछे भी भारत का हाथ बताया जा रहा है। ब्रिटिश मीडिया के अनुसार, भारत को विदेश में ऑपरेशन के दौरान अपने दुश्मनों की हत्याएं करने के लिए इस्राइली खुफिया एजेंसी मोसाद और रूसी खुफिया एजेंसी KGB से प्रेरणा मिली है। पाकिस्तान द्वारा लगाए गए टारगेट किलिंग आरोपों को भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में सिरे से खारिज किया है। जयशंकर ने कहा कि ये भारत सरकार की नीति नहीं है कि दूसरे देशों में 'टारगेट किलिंग' कराए।