Pope Francis का कार्डिनल्स को लेकर बड़ा एलान, केरल के 51 वर्षीय Monsignor George पादरी का नाम भी हैं शामिल

Pope Francis का कार्डिनल्स को लेकर बड़ा एलान, केरल के 51 वर्षीय Monsignor George पादरी का नाम भी हैं शामिल
Last Updated: 3 घंटा पहले

पोप फ्रांसिस ने रविवार को जनता के सामने 21 नए कार्डिनलों (कैथोलिक चर्च के नेताओं) के नामों की घोषणा की है। इस सूची में केरल के 51 वर्षीय पादरी मोनसिग्नोर जॉर्ज जैकब कूवाकाड का नाम शामिल है। जॉर्ज जैकब चांगनाचेरी के सिरो मालाबार चर्च से संबंधित हैं।

Pope Francis: पोप फ्रांसिस ने 21 नए कार्डिनल्स (कैथोलिक चर्च के प्रमुख) के नामों की घोषणा की है। नए कार्डिनल्स औपचारिक रूप से आठ दिसंबर को एक समारोह के दौरान अपना पद ग्रहण करेंगे। नए कार्डिनल्स की नियुक्ति से कार्डिनल्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और इससे धर्माध्यक्षों के समूह पर पोप की पकड़ और भी मजबूत हुई है।

कार्डिनल मतदाता की संख्या में हुई वृद्धि

इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि नए कार्डिनल आठ दिसंबर को एक समारोह में औपचारिक रूप से अपना पद ग्रहण करेंगे। इससे कार्डिनल कॉलेज का आकार काफी बढ़ गया है, और धर्माध्यक्षों के समूह पर उनकी पकड़ और मजबूत हो गई है। इसके साथ ही, कार्डिनल मतदाता की संख्या 142 हो जाएगी। ये मतदाता पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी का चुनाव करेंगे।

चर्च के नेताओं में होंगे बदलाव

हाल के वर्षों में लैटिन अमेरिका में कैथोलिक चर्च के नेताओं की नियुक्ति में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। पहले लैटिन अमेरिकी पोप, फ्रांसिस, ने कई प्रमुख धर्मप्रांतों और महाधर्मप्रांतों के प्रमुखों को नामित किया है। उनके द्वारा नियुक्त किए गए धर्मप्रमुखों में सेंटियागो डेल एस्टेरो (अर्जेंटीना), पोर्टो एलेग्रे (ब्राजील), सैंटियागो (चिली), गुआयाकिल (इक्वाडोर) और लीमा (पेरू) जैसे महत्वपूर्ण शहरों के बिशप शामिल हैं।

यह परिवर्तन केवल लैटिन अमेरिका में चर्च की स्थिति को मजबूत करता है, बल्कि यह धार्मिक नेतृत्व में स्थानीय संस्कृति और मुद्दों के प्रति संवेदनशीलता को भी दर्शाता है।

किसे चुना गया

यह जानकारी वेटिकन में कार्डिनलों के बीच उम्र के अंतर को दर्शाती है। 99 वर्षीय मोनसिग्नोर एंजेलो एसरबी, जो वेटिकन के एक प्रमुख राजनयिक रह चुके हैं, उनके अनुभव और ज्ञान को सम्मानित किया जाता है। वहीं, 44 वर्षीय बिशप मायकोला बायचोक, जो मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में यूक्रेनी ग्रीक कैथोलिक चर्च के प्रमुख हैं, नई पीढ़ी के प्रतिनिधि के रूप में चर्च में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

इन दोनों कार्डिनलों की उपस्थिति यह दिखाती है कि कैथोलिक चर्च में विभिन्न पीढ़ियों के बीच अनुभव और दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण संतुलन है, जो समृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

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