Violence In Syria: सीरिया में तख्तापलट के बाद खूनखराबा, असद समर्थकों ने किया घातक हमला, 15 सुरक्षाकर्मियों की मौत

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सीरिया में तख्तापलट के बाद फिर हिंसा भड़की। असद समर्थकों ने जाबलेह में सुरक्षा बलों पर हमला किया, जिसमें 15 जवान मारे गए और कई घायल हुए। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

Violence In Syria: सीरिया में तख्तापलट के बाद हिंसा तेज हो गई है। अपदस्थ नेता बशर अल-असद के समर्थक लड़ाकों ने गुरुवार को सरकारी बलों पर बड़ा हमला किया। यह हमला विद्रोहियों द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद अब तक की सबसे भीषण झड़पों में से एक माना जा रहा है।

जाबलेह में झड़प, 15 सुरक्षाकर्मियों की मौत

सीरिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, तटीय क्षेत्र जाबलेह में हुई इस हिंसा में सुरक्षा बलों के कम से कम 15 सदस्य मारे गए। क्षेत्रीय सुरक्षा प्रमुख ने बताया कि असद समर्थक मिलिशिया के हमले में कई सुरक्षाकर्मी घायल भी हुए हैं, जिससे तटीय क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया है।

नई सरकार के खिलाफ 'कोस्टल शील्ड रेजिमेंट' की धमकी

असद शासनकाल के एक पूर्व कमांडर ने एक वीडियो जारी कर बताया कि नई सरकार के खिलाफ "कोस्टल शील्ड रेजिमेंट" नामक एक प्रतिरोध समूह का गठन किया गया है। यह समूह वर्तमान शासकों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।

HTS को कई इलाकों में विरोध का सामना

सीरिया पर मोहम्मद अल-शरा के संगठन हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने अपना शासन स्थापित कर लिया है, लेकिन कुछ इलाकों में अब भी उसकी सेना को छोटे-छोटे मिलिशिया से मुकाबला करना पड़ रहा है। विद्रोही गुटों के बीच भी सत्ता संघर्ष जारी है।

रूस में शरण लिए बैठे हैं बशर अल-असद

बशर अल-असद को सीरिया पर विद्रोहियों के कब्जे के बाद अपने परिवार के साथ रूस भागना पड़ा। पिछले 50 वर्षों से सीरिया में असद परिवार का शासन था। बशर अल-असद अलवी शिया समुदाय से आते हैं, जबकि सीरिया एक सुन्नी बहुल देश है।

उनके शासन के दौरान सुन्नी समुदाय को सत्ता में हिस्सेदारी नहीं मिलने की शिकायत थी। साथ ही, असद शासन के दौरान सीरिया के सऊदी अरब, कतर और तुर्की जैसे सुन्नी बहुल देशों से रिश्ते भी तनावपूर्ण बने रहे।

इजरायली सेना दक्षिणी सीरिया में बढ़ा रही दबाव

इजरायली सेना भारी सैन्य वाहनों और बख्तरबंद टैंकों के साथ दक्षिणी सीरिया के कुनेत्रा के मजदुलिया शहर की ओर बढ़ रही है। इसके अलावा, इजरायली सेना मध्य ग्रामीण क्षेत्र में उम्म बटनाह शहर और उत्तरी कुनेत्रा में ऐन अल-नूरिया गांव की ओर भी तेजी से बढ़ रही है। इस क्षेत्र में भी हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।

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