IPL में तंबाकू-शराब के विज्ञापनों पर लग सकती है रोक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जताई सख्त आपत्ति, आईपीएल अध्यक्ष को लिखा पत्र

🎧 Listen in Audio
0:00

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आगामी 18वें सीजन से पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा कदम उठाते हुए IPL अध्यक्ष अरुण धूमल को पत्र लिखा है। मंत्रालय ने टूर्नामेंट के दौरान तंबाकू और शराब से जुड़े सभी विज्ञापनों, विशेष रूप से ‘सरोगेट’ एडवरटाइजमेंट्स, पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

स्पोर्ट्स न्यूज़: स्वास्थ्य मंत्रालय ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 18वें सीजन से पहले सरोगेट विज्ञापनों पर कड़ा रुख अपनाते हुए आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल को पत्र लिखा है। इसमें मंत्रालय ने तंबाकू और शराब के सभी प्रकार के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल द्वारा लिखे गए इस पत्र में कहा गया कि क्रिकेट खिलाड़ी युवाओं के लिए आदर्श होते हैं, इसलिए उन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी प्रकार के तंबाकू या शराब के विज्ञापन से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

स्वास्थ्य मंत्रालय का कड़ा रुख

स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल द्वारा लिखे गए इस पत्र में साफ कहा गया है कि क्रिकेटर देश के युवाओं के लिए आदर्श होते हैं और उन्हें किसी भी तरह से तंबाकू या शराब के प्रचार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। इसके अलावा, आईपीएल आयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वे टूर्नामेंट के दौरान स्टेडियम और लाइव प्रसारण में भी इस तरह के विज्ञापनों को अनुमति न दें।

'सख्ती से लागू हों नियम'

पत्र में आगे कहा गया है कि स्टेडियम और टेलीविजन प्रसारण में तंबाकू और शराब के किसी भी प्रकार के विज्ञापन पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। सरोगेट विज्ञापन (बेवरेज या अन्य उत्पादों के नाम पर तंबाकू व शराब ब्रांडिंग) को सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए। खेल सुविधा क्षेत्रों में इन उत्पादों की बिक्री पर भी रोक लगाई जाए। क्रिकेट खिलाड़ियों और कमेंटेटरों को इन उत्पादों का समर्थन करने से रोका जाए।

IPL: विज्ञापनदाताओं का पसंदीदा मंच

IPL भारत में सबसे अधिक देखे जाने वाले खेल आयोजनों में से एक है और हर साल यह कंपनियों के लिए सबसे बड़े विज्ञापन प्लेटफॉर्म के रूप में उभरता है। खासकर, तंबाकू और शराब कंपनियां सरोगेट मार्केटिंग के जरिए अपने उत्पादों को प्रमोट करती हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने गंभीर आपत्ति जताई है और इसे सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया हैं।

'खेल और खिलाड़ियों की सामाजिक ज़िम्मेदारी'

अतुल गोयल ने कहा कि क्रिकेटरों को एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देना चाहिए। सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा और सरकारी स्वास्थ्य अभियानों का समर्थन करना उनकी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है। IPL, देश का सबसे बड़ा खेल मंच होने के नाते, स्वस्थ आदतों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा सकता हैं।

Leave a comment