WFI: भारतीय कुश्ती महासंघ को राहत, खेल मंत्रालय ने हटाया निलंबन; कुश्ती विवाद सुलझने की उम्मीद

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भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को बड़ी राहत देते हुए खेल मंत्रालय ने उस पर लगाए गए निलंबन को हटा लिया है। इस फैसले के बाद लंबे समय से चल रहे कुश्ती विवाद के समाप्त होने की उम्मीद जताई जा रही हैं।

स्पोर्ट्स न्यूज़: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को बड़ी राहत मिली है, क्योंकि खेल मंत्रालय ने महासंघ पर लगाया गया निलंबन तत्काल प्रभाव से हटा लिया है। पिछले कुछ वर्षों से डब्ल्यूएफआई में चल रहे विवादों के कारण यह निलंबन लगाया गया था, जिससे भारतीय कुश्ती पर अनिश्चितता बनी हुई थी। खेल मंत्रालय के इस फैसले के बाद कुश्ती संघ के संचालन को लेकर चल रही अड़चनें समाप्त होने की उम्मीद है। अब भारतीय पहलवान अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में बिना किसी बाधा के हिस्सा ले सकेंगे, जिससे देश में कुश्ती खेल को एक नई दिशा मिलने की संभावना हैं।

क्यों लगाया गया था निलंबन?

WFI पर यह निलंबन खेल संहिता के उल्लंघन के आरोपों के चलते लगाया गया था। संजय सिंह की अगुआई वाली कार्यकारी समिति पर नियमों के विरुद्ध काम करने का आरोप था, जिसके चलते खेल मंत्रालय ने महासंघ को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने भी WFI को पिछले साल निलंबित कर दिया था। हालांकि, बाद में UWW और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने WFI को राहत दी और तदर्थ समिति को भंग करने का फैसला लिया।

अब आगे क्या?

खेल मंत्रालय के इस फैसले के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ को अब पूरी तरह बहाल कर दिया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय भारतीय कुश्ती के भविष्य के लिए अहम साबित होगा, क्योंकि इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारतीय पहलवानों की भागीदारी को मजबूती मिलेगी। WFI की कार्यकारी समिति के अध्यक्ष संजय सिंह को UWW और IOA से पहले ही राहत मिल चुकी थी, लेकिन केंद्र सरकार से मंजूरी का इंतजार था, जो अब जाकर पूरा हुआ हैं।

हालांकि WFI को निलंबन से राहत मिल गई है, लेकिन यह देखना बाकी है कि महासंघ के कामकाज में भविष्य में किसी तरह की गड़बड़ी न हो। खेल मंत्रालय ने साफ किया है कि अगर भविष्य में कोई अनियमितता पाई गई, तो फिर से कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। खेल मंत्रालय के इस फैसले के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ पूरी तरह से बहाल हो गया हैं। 

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