बिहार सहित देश के अधिकांश हिस्सों में इन दिनों भयंकर गर्मी और हीटवेव का प्रकोप जारी है। अधेड़ और बुजुर्गों पर गर्मी ज्यादा सितम ढाह रही हैं। चिलचिलाती गर्मी में बाहर निकलने के कारण लोगों की हालत खराब हो रही हैं. शुक्रवार को अरवल जिले में गर्मी की चपेट में आने से सबसे ज्यादा सात मौत हुई हैं।
पटना: बिहार में भयंकर गर्मी और लू के कारण अधेड़ व बुजुर्गों के साथ बच्चे और जवान भी परेशान है। सूरज निकने के साथ ही गर्मी अपना रंग दिखाना शुरू कर देती हैं. दोपहर में अधिक गर्मी होने के कारण बाहर निकले वाले लोग तेजी से बीमार पड़ रहे हैं. लोग राह चलते चक्कर खाकर गिर रहे हैं। गर्मी के कारण शुक्रवार को अरवल जिला में सर्वाधिक सात मौत हो गई। इसके अलावा नालंदा, भोजपुर और सारण जिला में दो-दो तथा बक्सर जिला में एक मौत हुई है। बताया कि पटना के बिहटा में एक शिक्षक की अधिक गर्मी के कारण हृदयाघात से मौत हो गई, जिसके अंतिम संस्कार में शामिल दूसरे शिक्षक की भी हृदयाघात से रास्ते म ही मौत हो गई थी।
गर्मी की चपेट में आकर तोडा दम
Subkuz.com ने प्राप्त जानकारी के आधार पर बताया कि अरवल में करपी प्रखंड के खजूरी गांव के एक बुजुर्ग पुरुष और महिला की अचानक तेज बुखार आने से जान चली गई। उसी प्रकार करपी डीह के रहने वाले पटना में एक मॉल के गार्ड ने भी तेज बुखार आने के बाद पीएमसीएच में दम तोड़ दिया। इसी गांव की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला और खेत में बिचड़ा देखने गए किसान का निधन भी लू लगने के कारण हो गया।
बताया कि इसी तरह अन्य गांवों में भी काम के लिए बाहर निकले दो लोग अचानक अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े और अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही जान निकल गई। नालंदा के एकंगरसराय थाना क्षेत्र के माधोपुर अमनार गांव की रहने वाली एक महिला बाजार में खरीदारी के दौरान अचानक से अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ीं। अस्पताल में चिकित्सक जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया। इनके अलावा परवलपुर प्रखंड के कतरू बिगहा गांव के पास ईंट भट्टा पर काम करने वाले रांची के मजदूर की लू लगने से मौत हो गई।