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Haryana Weather: हरियाणा में आंधी-तूफान का कहर, ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित

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हरियाणा में शुक्रवार शाम अचानक मौसम बदला। तेज आंधी, बारिश और ओलों से कई जिलों में तबाही मची। पंडाल-टेंट गिरे, पेड़ व बिजली के खंभे टूटे, तापमान गिरा।

चंडीगढ़। शुक्रवार शाम हरियाणा में मौसम ने अचानक करवट बदली, जिससे राज्य के कई जिलों में भारी तबाही मच गई। करीब चार बजे से लेकर सवा छह बजे तक तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने कहर बरपाया। हवा की रफ्तार 50 से 60 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।

हिसार, भिवानी, सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, गुरुग्राम, रोहतक और सोनीपत सहित कई जिलों में पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से ब्लैकआउट की स्थिति बन गई।

प्रधानमंत्री मोदी की रैली का पंडाल गिरा

हिसार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी रैली के लिए लगाए गए वाटरप्रूफ जर्मन टेंट को भी आंधी से नुकसान पहुंचा। पंडाल गिर गया और पिलर से केवल पंखे लटकते नजर आए। पीएम मोदी 14 अप्रैल को हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन करने वाले हैं।

मंत्री के कार्यक्रम में टेंट उड़ा

चरखी दादरी में मंत्री कृष्णलाल पंवार के कार्यक्रम का टेंट भी तेज आंधी में उड़ गया। वे कबड्डी प्रतियोगिता में शिरकत करने पहुंचे थे, उसी दौरान मौसम ने रुख बदल लिया।

कई जिलों में नुकसान

सिरसा: ओलावृष्टि और बिजली गिरने से दो पशुओं की मौत। पार्षद के घर की पानी की टंकी क्षतिग्रस्त।

पानीपत: 70 से ज्यादा खंभे टूटे, पूरे जिले में ब्लैकआउट की स्थिति।

रोहतक: डेढ़ लाख क्विंटल गेहूं मंडियों में भीग गया, बिजली आपूर्ति दो घंटे ठप।

गुरुग्राम: द्वारका एक्सप्रेसवे पर बड़ा साइनेज बोर्ड कार पर गिरा, दो लोग घायल।

करनाल-कैथल: दर्जनों पेड़ व 11 से अधिक बिजली के खंभे गिरे।

तापमान में भारी गिरावट

सिरसा में अधिकतम तापमान में 11.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। हिसार में तापमान 42.8 से घटकर 36.4 डिग्री रह गया। अन्य जिलों में भी तापमान में 5 से 6 डिग्री की कमी आई।

आगे कैसा रहेगा मौसम?

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शनिवार तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। उत्तर हरियाणा में हल्की बारिश हो सकती है। रविवार से बुधवार तक मौसम साफ और सूखा रहने की संभावना है।

किसानों को मुआवज़ा देने की मांग

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रभावित किसानों को ₹20,000 प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने मंडियों में भीगी फसल का उचित मूल्यांकन कर आर्थिक मदद की अपील की।

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