हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में गुरुवार शाम अचानक से मौसम ने करवट ली। प्रदेश में 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी आंधी चल रही थी। जिससे सैकड़ों पेड़ और खंभे उखड कर जमीन पर गिर गए।
पानीपत: प्रदेश में गुरुवार रात लगभग सवा नौ बजे 55 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से धूल भरी आंधी चली। इससे काफी जगहों से नुकसान होने की खबर मिली। प्रदेश में 860 से ज्यादा जगह पेड़-पौधे उखड़ गए और 480 से ज्यादा बिजली के खंभे टूट गए। हिसार, जींद, फतेहाबाद, सिरसा, कैथल, करनाल, अंबाला, झज्जर, चरखी-दादरी, भिवानी और रोहतक में चारों तरफ अंधकार की स्थिति रही। कई जगह पर पूरी रात बिजली की सप्लाई बाधित रही। ग्रामीण क्षेत्र में भरी नुकसान उठाना पड़ा।
आंधी और बूंदाबांदी से मिली राहत
Subkuz.com ने बताया कि गुरुवार (६ जून) शाम को प्रदेशभर में बादल छाए रहे और रात को धूलभरी आंधी चली। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी भी हुई, जिससे तापमान में गिरावट देखने को मिली है। गुरुवार को ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आंधी के साथ बूंदाबांदी भी जिससे लोगो को गर्मी से थोड़ी रहत मिली।
दो दिन बारिश का अनुमान
मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार और शनिवार को कई जिलों में आंधी और बरसात की संभावना व्यक्त की है। इसके बाद रविवार से एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और साथ ही गर्मी बढ़ सकती है। अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी हो सकती है। जानकारी के मुताबिक केरल में तय तारीख से एक दिन पहले ही मानसून पहुंच गया था. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्रदेश में भी दक्षिण-पश्चिम मानसून तय समय पर दस्तक दे देगा।
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि मानसून की दस्तक के बाद अभी तक वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। केरल में शुरुआती दौर में लगभग 72 घंटों तक लगातार अच्छी बारिश हुई थी। इसके बाद भी मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है। इस बार मानसून अच्छा रहने की संभावना है। इस समय जो परिस्थितियां बनी हुई हैं, वह मानसून के पूर्णत अनुकूल है। संभावना जताई जा रही है कि प्रदेश में मानसून समय पर आ जाएगा।