मौसम विभाग ने बताया कि जून महीने में प्री मानसून वर्षा की शुरुआत हो जाएगी। मौसम विभाग के राज्य निदेशक डा. विक्रम कुमार सिंह ने बताया कि अल नीनो के प्रभाव के कारण शीतकालीन वर्षा पर बुरा असर देखने को मिला था लेकिन इसकी भरपाई ला नीना से होने की पूरी संभावना जताई गई हैं।
नैनीताल: देश में इस बार समय से पहले मानसून पहुंचने के आसार अभी से देखने को मिल रहे है। मौसम विभाग ने ला नीना के प्रभाव से इस बार मानसून की वर्षा सामान्य से अधिक होने की संभावना जताई है। जून महीने में प्री मानसून की बरसात शुरू हो जाएगी। मौसम विभाग के राज्य निदेशक डा. विक्रम कुमार सिंह ने बताया कि अल नीनो के प्रभाव के चलते शीतकालीन वर्षा की भरपाई ला नीना के प्रभाव से होने की पूरी संभावना हैं।
विभाग ने जताई अधिक बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने Subkuz.com को बताया कि ला नीना का प्रभाव अगस्त और सितंबर महीने में देखने को मिलेगा। इससे पहले जून और जुलाई का मानसून की बरसात सामान्य रहेगी। इसके बाद ला नीना का असर शुरू होते ही बर्षा में तेजी और अधिकता देखने को मिल सकती है। यह बरसात मानसून की वर्षा को सामान्य से अधिक पहुंचाएगी। इस बार की अधिक वर्षा कृषि के लिए अधिक फायदेमंद होगी, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना बन सकती हैं। जिस कारण सतर्क रहने की अति आवश्यकता है। मौसम विभाग ने प्रदेश में सामान्य से अधिक बारिश होने की 61 प्रतिशत संभावना व्यक्त की है। फिलहाल ला नीना अपनी राह मे धीरे-धीरे आगे की और लगातार बढ़ रहा हैं।
जलवायु पर दिखा तापमान का असर
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वायुमंडलीय विज्ञानी डा. नरेंद्र कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि ग्लोबल वार्मिंग ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। अल नीनो का असर अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि ला नीना सक्रिय होने लगा है। वैश्विक ताप का जलवायु पर तेजी से पड़ रहे प्रभाव को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दुनिया के देशों में तूफानों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती हैं। साथ ही शीतकाल में संभवतः पश्चिमी विक्षोभों की संख्या और ठंड में भी वृद्धि ज्यादा होगी।