भारत के सबसे सफल टेबल टेनिस खिलाड़ियों में शुमार अचंता शरत कमल ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि चेन्नई में 26 से 30 मार्च तक आयोजित होने वाला WTT स्टार कंटेंडर टूर्नामेंट उनके करियर का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मुकाबला होगा।
स्पोर्ट्स न्यूज़: भारत के सबसे सफल टेबल टेनिस खिलाड़ियों में शुमार अचंता शरत कमल ने संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि चेन्नई में 26 से 30 मार्च तक आयोजित होने वाला WTT स्टार कंटेंडर टूर्नामेंट उनके करियर का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मुकाबला होगा। 42 वर्षीय शरत कमल ने इस खेल में दो दशक से अधिक का सुनहरा सफर तय किया है और अपने अनुभव से भारत को टेबल टेनिस में वैश्विक पहचान दिलाई।
शरत कमल का अंतरराष्ट्रीय सफर भी चेन्नई से शुरू हुआ था और अब वह अपने करियर का आखिरी मुकाबला भी इसी शहर में खेलेंगे। उन्होंने कहा, "मैंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट चेन्नई में खेला था और आखिरी भी यहीं खेलूंगा। यह मेरे करियर का अंतिम पेशेवर टूर्नामेंट होगा।"
राष्ट्रमंडल खेलों में सबसे सफल भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी
शरत कमल ने राष्ट्रमंडल खेलों (CWG) में अब तक 13 पदक जीते हैं, जिसमें 7 स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य शामिल हैं। उन्होंने 2006 और 2022 में पुरुष एकल में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा पुरुष टीम, पुरुष युगल और मिश्रित युगल में भी कई स्वर्ण पदक अपने नाम किए। शरत कमल ने पांच ओलंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन उन्हें ओलंपिक पदक नहीं मिल सका।
इस पर उन्होंने कहा, "मैंने कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में देश के लिए कई पदक जीते, लेकिन ओलंपिक पदक का सपना पूरा नहीं कर पाया। उम्मीद है कि आने वाली युवा पीढ़ी मेरे इस अधूरे सपने को पूरा करेगी।"
एशियन गेम्स और एशियन चैंपियनशिप में भी शानदार प्रदर्शन
शरत कमल ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों में टीम इवेंट और मिश्रित युगल में कांस्य पदक जीते थे। इसके अलावा, 2021 दोहा एशियन चैंपियनशिप में भी उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था। राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में शरत कमल भारत के तीसरे सबसे सफल एथलीट हैं। उनसे अधिक पदक सिर्फ शूटर जसपाल राणा (15 पदक) और समरेश जंग (14 पदक) ने जीते हैं।
संन्यास के बाद की योजना
संन्यास के बाद शरत कमल युवा खिलाड़ियों के लिए मेंटरिंग और भारतीय टेबल टेनिस के विकास में योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि मैं भारत के लिए इतने सालों तक खेल सका। अब मेरी कोशिश रहेगी कि मैं युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने में मदद करूं और भारतीय टेबल टेनिस को नई ऊंचाइयों तक ले जाऊं।"
शरत कमल ने अपने करियर में भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई और इस खेल को देश में लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई। उनका संन्यास भारतीय टेबल टेनिस के लिए एक युग के अंत जैसा है, लेकिन उनकी विरासत आने वाले खिलाड़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेगी।