BMW M4 CS की भारत में एंट्री: 3.4 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार

BMW M4 CS की भारत में एंट्री: 3.4 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार
Last Updated: 5 घंटा पहले

BMW M4 CS अब भारतीय बाजार में उपलब्ध है, और यह अपनी शक्तिशाली परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है। इसका दमदार इंजन महज 3.4 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गति प्राप्त करता है, जबकि इसकी टॉप स्पीड 302 किलोमीटर प्रति घंटे तक जाती है। इस कार में 14.9 इंच का टचस्क्रीन और 12.3 इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी शामिल है, जो एक अत्याधुनिक ड्राइविंग अनुभव प्रदान करता है। आइए जानते हैं, इस विशेष कार में और कौन-कौन से फीचर्स उपलब्ध हैं।

M4 CS को M4 कॉम्पिटिशन के मुकाबले कई महत्वपूर्ण मैकेनिकल अपग्रेड्स दिए गए हैं।

इसकी कीमत M4 कॉम्पिटिशन की तुलना में 36 लाख रुपये ज्यादा निर्धारित की गई है।

यह आने वाली मर्सिडीज C 63 S e-Performance को प्रतिस्पर्धा में चुनौती देने के लिए तैयार है।

BMW ने भारत में अपनी नई कार, BMW M4 CS, का अनावरण किया है। इसे 1.89 करोड़ रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर लॉन्च किया गया है, जो कि M4 कॉम्पिटिशन से एक स्तर ऊपर है। इस मॉडल को और अधिक तेज़ बनाने के लिए कई मैकेनिकल अपग्रेड्स किए गए हैं। यह भारत में पेश की गई BMW की पहली CS मॉडल भी है।

BMW M4 CS: इंजन

BMW M4 CS में पुराने M4 जैसा ही 3.0- क्राफ्ट ट्विन-टर्बो स्ट्रेट-सिक्स इंजन दिया गया है। यह इंजन 550 hp की पावर और 650 Nm का पीक आउटपुट जेनरेट करता है। इंजन में बदलाव की वजह से यह कार 3.4 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंच सकती है। इसकी टॉप स्पीड 302 किमी प्रति घंटे तक है। इसमें BMW का एडेप्टिव M ड्रॉप भी स्टैंडर्ड है।

लंबे ट्रैक सत्रों को झेलने के लिए इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। इसमें बेहतरीन कूलिंग सिस्टम और क्लच का इस्तेमाल किया गया तेल डाला गया है। इसकी मदद से फोर-स्टोर-ड्राइवर सिस्टम का परफॉर्मेंशन बेहतर हुआ। ऑर्केस्ट्रास्ट साइलेंसर और सेंटर कंट्रोल, रिवरसाइड पैडल और कई ऑर्केस्ट्रा टुकड़े सहित विभिन्न कार्बन-रीइनफोर्स्ड प्लास्टिक (सीएफआरपी) की वजह से यह पहले से ही है।

बीएमडब्लू एम4 सीएस: एक्सटेरियर

एम4 कॉम्पिटिशन की तुलना में इसमे पीले रंग की डे-टाइम रनिंग लाइट्स दी गई हैं। ग्रिल में लाल रंग की आउटलाइन, हेड-अप डिस्प्लेस में एम-स्पेसिफिक स्टॉक ओऱ सेंटर कंसोल पर एक डेडिकेटेड एम मोड बटन दिया गया है। इसके साथ ही एक एम-स्पेसिफिक आर्किटेक्चर बटन पर एक सेंटर सिग्नल दिया गया है, जो इंजन, चेसिस, स्ट्रेचर, ब्रेकिंग सिस्टम और सभी-अमेरिकन ड्राइव के लिए इंस्टॉलेशन से लेकर डायरेक्ट रीच को सक्षम बनाता है।

BMW M4 CS: लैपटॉप

इसमें फ्लैट-बॉटम अलकेन्टारा एम स्ट्रेंथ व्हील बनाया गया है। इसमें बीएमडब्ल्यू के कर्व्ड डिस्प्ले का नया वर्जन भी दिया गया है। 14.9 इंच का टचस्क्रीन वीडियो और 12.3 इंच का डिजिटल कैमरा है, जो कि बीएमडब्ल्यू के ऑपरेटिंग सिस्टम 8.5 पर काम करता है। इसमें कार्बन बेकेट सीट, एम सीट बेल्ट, एम4 सीएस डोर्स सिल और बहुत सारे फीचर्स दिए गए हैं।

BMW M4 CS: सेफ्टी फीचर्स

BMW M4 CS में कई उन्नत सुरक्षा विशेषताएँ हैं, जो ड्राइवर और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं। इनमें शामिल हैं:

एडवांस्ड एयरबैग सिस्टम:

एडवांस्ड एयरबैग सिस्टम एक आधुनिक सुरक्षा तकनीक है जो वाहन दुर्घटनाओं के दौरान ड्राइवर और यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाती है। इसके प्रमुख तत्वों में शामिल हैं:

फ्रंट एयरबैग्स: ये आमतौर पर ड्राइवर और सहायक के सामने डैशबोर्ड में लगे होते हैं और तेज़ी से Inflate होकर टकराव के समय सुरक्षा प्रदान करते हैं।

साइड एयरबैग्स: इनका उद्देश्य वाहन के साइड पर होने वाले टकराव के समय सुरक्षा प्रदान करना है। ये आमतौर पर दरवाजों या सीटों में लगे होते हैं।

कर्टेन एयरबैग्स: ये छत से नीचे गिरते हैं और साइड इम्पैक्ट के दौरान सिर को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

सेंसर्स: सिस्टम में लगे सेंसर्स टकराव की तीव्रता को मापते हैं और एयरबैग्स को सही समय पर Inflate करने के लिए ट्रिगर करते हैं।

वजन सेंसर्स: कुछ वाहनों में, ये सेंसर्स सुनिश्चित करते हैं कि एयरबैग्स केवल तब ही Activate हों जब सीट पर कोई व्यक्ति हो, जिससे अनावश्यक Injury से बचा जा सके।

इस प्रकार, एडवांस्ड एयरबैग सिस्टम एक संपूर्ण सुरक्षा नेटवर्क के रूप में कार्य करता है, जो ड्राइवर और यात्रियों को दुर्घटनाओं के समय बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है।

ABS और ब्रेक असिस्ट:

ABS (एंटी-लॉक ब्रेक सिस्टम) और ब्रेक असिस्ट दोनों ही आधुनिक वाहनों में महत्वपूर्ण सुरक्षा विशेषताएँ हैं, जो ब्रेकिंग के दौरान नियंत्रण और सुरक्षा को बढ़ाती हैं।

ABS (एंटी-लॉक ब्रेक सिस्टम)

कार्यप्रणाली: ABS एक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है जो ब्रेकिंग के दौरान पहियों को लॉक होने से रोकता है। जब ड्राइवर ब्रेक पैडल को जोर से दबाते हैं, तो ABS पहियों की स्पिन को मॉनिटर करता है और आवश्यकतानुसार ब्रेकिंग दबाव को घटाता या बढ़ाता है।

लाभ:

स्टेरिंग नियंत्रण: ABS की मदद से, ड्राइवर ब्रेक करते समय गाड़ी को मोड़ सकता है, जिससे अचानक मुड़ने की स्थिति में बेहतर नियंत्रण मिलता है।

सड़क पर स्थिरता: यह सिस्टम गाड़ी को फिसलने से रोकता है, विशेषकर गीली या फिसली सतहों पर।

ब्रेक असिस्ट

कार्यप्रणाली: ब्रेक असिस्ट एक प्रणाली है जो पहचानती है कि जब ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेकिंग कर रहे हैं। यह ऑटोमैटिकली ब्रेकिंग पावर को बढ़ाता है, ताकि वाहन को जल्दी से रोका जा सके।

लाभ:

त्वरित प्रतिक्रिया: यह प्रणाली सुनिश्चित करती है कि आपात स्थिति में गाड़ी जल्दी रोके, जिससे दुर्घटनाओं के जोखिम को कम किया जा सके।

सुरक्षित ब्रेकिंग: यह ड्राइवर की ब्रेकिंग प्रतिक्रिया को बढ़ाती है, विशेषकर जब समय की कमी हो।

इन दोनों प्रणालियों का संयोजन ड्राइविंग के अनुभव को सुरक्षित और सहज बनाता है, खासकर उच्च गति या आपात स्थितियों में।

डायनैमिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (DSC):

डायनैमिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (DSC) एक उन्नत सुरक्षा प्रणाली है जो वाहन की स्थिरता और नियंत्रण को बनाए रखने में मदद करती है। यह विशेष रूप से उच्च गति पर या फिसलन भरी सतहों पर महत्वपूर्ण होती है। यहाँ इसके प्रमुख पहलू हैं:

कार्यप्रणाली:

सेंसर्स: DSC में कई सेंसर्स होते हैं जो वाहन की गति, पहियों की स्पिन, स्टीयरिंग एंगल और अन्य महत्वपूर्ण डेटा की निगरानी करते हैं।

ट्रैक्शन कंट्रोल: यदि सिस्टम यह पहचानता है कि वाहन फिसल रहा है या असामान्य तरीके से चल रहा है, तो यह अपने आप ब्रेक लगाकर या इंजन पावर को कम करके टायरों को स्थिर करने का प्रयास करता है।

चालक सहायता: DSC ड्राइवर को अधिक नियंत्रण देता है, खासकर मोड़ों में या जब गाड़ी अचानक दिशा बदलती है।

लाभ:

सुरक्षित ड्राइविंग: यह सिस्टम ड्राइवर को बेहतर स्थिरता और नियंत्रण प्रदान करता है, जिससे दुर्घटनाओं के जोखिम को कम किया जा सकता है।

भिन्न परिस्थितियों में नियंत्रण: गीली, बर्फीली, या फिसलन भरी सतहों पर DSC वाहन को स्थिर रखने में सहायक होता है।

गति में सुधार: यह प्रणाली वाहन के प्रदर्शन को भी बेहतर बनाती है, जिससे ड्राइवर अधिक आत्मविश्वास के साथ गाड़ी चला सकते हैं।

DSC तकनीक की मदद से, BMW और अन्य वाहन निर्माता अपने वाहनों को एक सुरक्षित और नियंत्रित ड्राइविंग अनुभव प्रदान करने में सक्षम हैं।

टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS):

टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) एक महत्वपूर्ण सुरक्षा फीचर है जो ड्राइवर को टायरों के दबाव की निगरानी करने में मदद करता है। यह प्रणाली सुनिश्चित करती है कि टायर सही दबाव पर हैं, जिससे वाहन की सुरक्षा, प्रदर्शन और ईंधन दक्षता में सुधार होता है।

कार्यप्रणाली:

सेंसर्स: TPMS में प्रत्येक टायर में एक छोटा सेंसर होता है जो टायर के आंतरिक दबाव को मापता है। ये सेंसर वास्तविक समय में डेटा को इकट्ठा करते हैं और किसी भी असामान्य स्थिति को पहचानते हैं।

चेतावनी: यदि किसी टायर का दबाव निर्धारित स्तर से कम हो जाता है, तो सिस्टम ड्राइवर को चेतावनी देने के लिए डैशबोर्ड पर एक लाइट या संकेत प्रदर्शित करता है।

रियल-टाइम डेटा: कुछ उन्नत TPMS सिस्टम रियल-टाइम में टायर के दबाव को प्रदर्शित कर सकते हैं, जिससे ड्राइवर को हर समय अपने टायरों के स्थिति का पता रहता है।

लाभ:

सुरक्षा: सही टायर दबाव होने से टायर फटने की संभावना कम होती है, जो दुर्घटनाओं से बचने में मदद करता है।

ईंधन दक्षता: सही दबाव पर चलने वाले टायर वाहन की ईंधन दक्षता को बढ़ाते हैं, जिससे ईंधन की लागत में कमी आती है।

टायर जीवन: सही दबाव टायरों की उम्र को बढ़ाता है, जिससे आपको लंबे समय तक बेहतर प्रदर्शन मिलता है।

TPMS ड्राइविंग सुरक्षा के लिए एक अनिवार्य उपकरण है, जो ड्राइवरों को टायरों की स्थिति पर ध्यान देने में मदद करता है।

रिवर्स पार्किंग सेंसर्स:

रिवर्स पार्किंग सेंसर्स एक सहायक तकनीक है जो वाहन को पीछे पार्क करते समय ड्राइवर को सुरक्षित और सहज तरीके से मदद करती है। ये सेंसर्स आमतौर पर वाहन के पिछले हिस्से में लगे होते हैं और उनके कार्य करने के तरीके निम्नलिखित हैं:

कार्यप्रणाली:

सेंसिंग तकनीक: रिवर्स पार्किंग सेंसर्स में आमतौर पर अल्ट्रासोनिक सेंसर्स होते हैं, जो पीछे की बाधाओं की दूरी को मापते हैं। जब वाहन पीछे की ओर बढ़ता है, ये सेंसर्स बाधाओं का पता लगाते हैं।

चेतावनी प्रणाली: जब वाहन किसी बाधा के करीब पहुँचता है, तो सेंसर्स एक चेतावनी प्रदान करते हैं। यह चेतावनी आमतौर पर एक बीपिंग साउंड के रूप में होती है, जो बाधा के करीब पहुँचने पर तेजी से बढ़ती है।

ड्राइवर की सहायता: कुछ सिस्टम में रियरव्यू कैमरा भी होता है, जो ड्राइवर को दृश्य प्रदान करता है और सेंसर्स द्वारा दी गई चेतावनी के साथ मिलकर कार्य करता है।

लाभ:

दृश्यता में सुधार: रिवर्स पार्किंग सेंसर्स उन क्षेत्रों में मदद करते हैं जो ड्राइवर की दृष्टि से बाहर हो सकते हैं, जैसे कि अन्य वाहन, दीवारें या अन्य बाधाएँ।

दुर्घटनाओं को रोकना: यह प्रणाली टकराव से बचने में मदद करती है, खासकर तंग स्थानों में पार्क करते समय।

सहजता: पार्किंग प्रक्रिया को अधिक सहज और सुरक्षित बनाकर ड्राइवरों का आत्मविश्वास बढ़ाती है।

रिवर्स पार्किंग सेंसर्स आधुनिक वाहनों में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा और सहायक तकनीक हैं, जो ड्राइवरों को बेहतर नियंत्रण और सुरक्षा प्रदान करती हैं।

क्रूज कंट्रोल और स्पीड लिमिटर:

क्रूज कंट्रोल और स्पीड लिमिटर दोनों ही ड्राइविंग के अनुभव को बेहतर बनाने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए डिजाइन की गई सुविधाएँ हैं। यहाँ इनके बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है:

क्रूज कंट्रोल

कार्यप्रणाली: क्रूज कंट्रोल एक सिस्टम है जो ड्राइवर को एक निश्चित गति पर वाहन को चलाने की अनुमति देता है, बिना कि ड्राइवर को लगातार गैस पेडल पर दबाव डालना पड़े।

सुविधाएँ:

ड्राइवर अपनी इच्छित गति सेट करता है, और सिस्टम उसे बनाए रखता है।

अधिकांश सिस्टम में गति को बढ़ाने या घटाने के लिए बटन होते हैं।

लाभ:

आराम: लंबी यात्रा के दौरान थकान को कम करता है।

ईंधन दक्षता: स्थिर गति बनाए रखने से ईंधन की खपत में सुधार होता है।

स्पीड लिमिटर

कार्यप्रणाली: स्पीड लिमिटर एक सुरक्षा सिस्टम है जो वाहन की गति को एक निर्धारित सीमा के भीतर बनाए रखता है।

सुविधाएँ:

ड्राइवर एक अधिकतम गति निर्धारित करता है, और सिस्टम सुनिश्चित करता है कि वाहन उस गति से अधिक चले।

यदि ड्राइवर गति बढ़ाने की कोशिश करता है, तो लिमिटर उसे रोक देता है।

लाभ:

सुरक्षा: सड़क पर तेज गति से चलने से रोकता है, विशेषकर खतरनाक या शहरी क्षेत्रों में।

कानूनी अनुपालन: निर्धारित गति सीमा का पालन करने में मदद करता है।

लेन डिपार्चर वार्निंग:

डिपार्चर वार्निंग (Lane Departure Warning - LDW) एक सुरक्षा प्रणाली है जो ड्राइवर को वाहन की लेन से बाहर जाने पर चेतावनी देती है। यह प्रणाली आधुनिक वाहनों में एक महत्वपूर्ण तकनीक है, जो सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देती है।

कार्यप्रणाली:

सेंसर्स और कैमरे: LDW प्रणाली में आमतौर पर सामने की ओर लगे कैमरे या सेंसर्स होते हैं, जो सड़क की सीमाओं का पता लगाते हैं।

लेन की पहचान: जब वाहन निर्धारित लेन से बाहर जाने लगता है, तो प्रणाली इसे पहचानती है।

चेतावनी: यदि ड्राइवर संकेत दिए बिना लेन से बाहर निकलने की कोशिश करता है, तो LDW एक चेतावनी सिग्नल देता है, जो आमतौर पर एक ऑडियो बीप या डैशबोर्ड पर एक संकेत के रूप में होता है।

लाभ:

सुरक्षा: यह प्रणाली ड्राइवर को ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है, विशेषकर जब वे थके हुए या विचलित होते हैं।

दुर्घटनाओं को रोकना: लेन में बनी रहकर, यह सिस्टम सड़क पर दुर्घटनाओं के जोखिम को कम करता है।

सहजता: LDW ड्राइवर को अधिक आत्मविश्वास से गाड़ी चलाने में मदद करती है, खासकर लंबी यात्राओं में।

BMW M4 CS भारत में एक उच्च प्रदर्शन स्पोर्ट्स कार है, जो 3.4 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ती है। इसमें 3.0-लीटर ट्विन-टर्बो inline-6 इंजन और 7-स्पीड डुअल-क्लच ट्रांसमिशन है। AWD प्रणाली और डायनामिक स्टेबिलिटी कंट्रोल बेहतर नियंत्रण प्रदान करते हैं। इसका एरोडायनमिक डिज़ाइन और प्रीमियम इंटीरियर्स इसे आकर्षक बनाते हैं, साथ ही इसमें उन्नत इन्फोटेनमेंट सुविधाएँ भी हैं। यह स्पोर्ट्स कार प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।

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