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News9 Global Summit 2025: एक्सपर्ट ने कहा 'ब्लॉकचेन आज की वित्तीय क्रांति है भविष्य नहीं'

News9 Global Summit 2025: एक्सपर्ट ने कहा 'ब्लॉकचेन आज की वित्तीय क्रांति है भविष्य नहीं'

News9 Global Summit 2025 में ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्तीय दुनिया में आने वाली क्रांति पर जोर दिया गया। जेरोम डी टाइची ने बताया कि यह तकनीक डिजिटल संपत्तियों को बिना बिचौलिये के सुरक्षित, पारदर्शी और रियल-टाइम में ट्रांसफर करने की सुविधा देती है। भारत का डिजिटल टैलेंट और ब्लॉकचेन तकनीक मिलकर वैश्विक वित्तीय प्रणाली में नए अवसर खोल रहे हैं।

Blockchain Cryptocurrency: News9 Global Summit 2025 के दूसरे एडिशन में जर्मनी के विशेषज्ञ जेरोम डी टाइची ने ब्लॉकचेन और डिजिटल संपत्ति के महत्व पर चर्चा की। यह समिट 9 अक्टूबर को जर्मनी के स्टटगार्ट में आयोजित हुआ और इसमें वैश्विक निवेशक और टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट शामिल थे। उन्होंने बताया कि ब्लॉकचेन तकनीक डिजिटल संपत्तियों को पारदर्शी और सुरक्षित तरीके से ट्रांसफर करने की क्षमता देती है, जिससे युवा निवेशकों और व्यवसायों को नए वित्तीय अवसर मिल रहे हैं।

डिजिटल संपत्ति का पारदर्शी भविष्य

News9 Global Summit 2025 के दूसरे एडिशन में जेरोम डी टाइची, संस्थापक और CEO, कॉमेथ ने ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक डिजिटल संपत्तियों को बिना किसी बिचौलिये के 24x7 और कम लागत पर ट्रांसफर करने की क्षमता देती है। उन्होंने साफ किया कि ब्लॉकचेन पूरी तरह ट्रैक करने योग्य है और इसका उपयोग ड्रग माफिया या आतंकवाद के लिए नहीं किया जा सकता।

ब्लॉकचेन पर वर्तमान में करीब 270 अरब डॉलर के स्टेबलकॉइन्स मौजूद हैं, जिनमें से 94% Ethereum प्लेटफॉर्म पर हैं। जेरोम ने उम्मीद जताई कि भारत की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भी जल्द ब्लॉकचेन में शामिल हो जाएगी, जिससे देश डिजिटल वित्त में और मजबूती हासिल करेगा।

रियल-वर्ल्ड एसेट्स का टोकनाइजेशन

जेरोम डी टाइची ने बताया कि ब्लॉकचेन की एक बड़ी उपलब्धि रियल-वर्ल्ड एसेट्स का टोकनाइजेशन है। प्रॉपर्टी, शेयर या अन्य संपत्तियों को डिजिटल रूप में ब्लॉकचेन पर सुरक्षित किया जा सकता है, जिससे पारदर्शिता और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित होती हैं।

यह तकनीक फ्री, ओपन-सोर्स और किसी सरकार के नियंत्रण से मुक्त है। इसका मतलब है कि हर नागरिक को समान अवसर मिलते हैं और वित्तीय लेन-देन और संपत्ति के प्रबंधन में निष्पक्षता बढ़ती है।

वित्तीय क्रांति की तैयारी

जेरोम ने ब्लॉकचेन को आने वाले 30 से 50 वर्षों में वित्तीय दुनिया को बदलने वाली क्रांति बताया। उन्होंने औद्योगिक क्रांति के उदाहरण से समझाया कि जैसे भाप इंजन और लौह निर्माण ने उद्योग जगत को बदल दिया, वैसे ही ब्लॉकचेन डिजिटल वित्त में बदलाव लाएगा।

क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल टोकन की बढ़ती लोकप्रियता युवा निवेशकों के लिए नए अवसर पैदा कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का विशाल डिजिटल टैलेंट और ब्लॉकचेन की पारदर्शी तकनीक मिलकर वैश्विक वित्तीय सिस्टम में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

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