Adani Group की पावर कंपनी Adani Power पहली बार एक ऐतिहासिक कॉरपोरेट एक्शन की ओर बढ़ रही है। कंपनी ने बताया है कि 1 अगस्त 2025 को उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की अहम बैठक बुलाई गई है, जिसमें स्टॉक स्प्लिट का प्रस्ताव रखा जाएगा। अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लगती है, तो यह Adani Power का अब तक का पहला स्टॉक स्प्लिट होगा, जिससे लाखों निवेशकों को फायदा हो सकता है।
बोर्ड मीटिंग में होगा प्रस्ताव पेश
कंपनी ने इस संबंध में स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी है। फाइलिंग के अनुसार, 1 अगस्त को होने वाली बोर्ड मीटिंग में ₹10 के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयरों को विभाजित करने पर चर्चा की जाएगी। यानी कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे हिस्सों में बांटने का विचार कर रही है। इस प्रक्रिया को स्टॉक स्प्लिट कहा जाता है।
कंपनी के इस कदम को निवेशकों के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि Adani Power ने अभी तक किसी भी प्रकार का डिविडेंड या अन्य कॉरपोरेट एक्शन नहीं किया है। ऐसे में पहली बार हो रहा यह स्टॉक स्प्लिट कंपनी की रणनीति में बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
स्टॉक स्प्लिट का मतलब क्या है
स्टॉक स्प्लिट वह प्रक्रिया है जिसमें कंपनी अपने शेयरों के फेस वैल्यू को घटाकर एक शेयर को दो या उससे अधिक हिस्सों में बांट देती है। इससे शेयर की कीमत कम हो जाती है और ज्यादा निवेशकों के लिए वह शेयर सुलभ बन जाता है। इस कदम से शेयर की लिक्विडिटी बढ़ती है और ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी इजाफा होता है।
उदाहरण के लिए, अगर कोई शेयर ₹1000 का है और कंपनी उसे 1:5 के अनुपात में स्प्लिट करती है, तो अब वह शेयर ₹200 का हो जाएगा और हर शेयरधारक को 1 के बदले 5 शेयर मिल जाएंगे। हालांकि कुल निवेश की कीमत जस की तस बनी रहती है।
शेयरों में दिखी मजबूती
स्टॉक स्प्लिट की खबर सामने आने के बाद Adani Power के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। शुक्रवार दोपहर करीब 2:43 बजे कंपनी का शेयर 3 फीसदी से ज्यादा उछलकर ₹589.90 के स्तर पर पहुंच गया। बाजार में इस खबर को सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है, खासकर उन निवेशकों के लिए जो लंबे समय से कंपनी के कॉरपोरेट एक्शन का इंतजार कर रहे थे।
पहली बार ऐसा कोई कदम उठाएगी कंपनी
Adani Power की बात करें तो यह देश की प्रमुख निजी बिजली उत्पादक कंपनियों में से एक है। कंपनी देश के अलग-अलग हिस्सों में थर्मल और सोलर पावर प्लांट्स के जरिए बिजली उत्पादन का काम करती है। कंपनी की कुल बाजार पूंजी ₹2.27 लाख करोड़ से भी ज्यादा है। अब तक इस कंपनी ने निवेशकों को न तो कोई डिविडेंड दिया है और न ही किसी अन्य कॉरपोरेट लाभ की घोषणा की थी।
ऐसे में अगर स्टॉक स्प्लिट का प्रस्ताव पास होता है, तो यह कंपनी की रणनीति में बड़ा बदलाव माने जाएगा। इसका असर निवेशकों की धारणा पर भी पड़ेगा और इससे कंपनी को नए निवेशक जोड़ने में मदद मिल सकती है।
छोटे निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
अगर शेयर की कीमत स्टॉक स्प्लिट के बाद घटती है, तो यह छोटे निवेशकों के लिए अच्छा मौका बन सकता है। कम कीमत में शेयर खरीदने की सुविधा के चलते ऐसे लोग भी Adani Power में निवेश कर पाएंगे जो अब तक इसकी ऊंची कीमत की वजह से इससे दूर थे।
नियमों की भी होगी भूमिका
हालांकि स्टॉक स्प्लिट के लिए सिर्फ बोर्ड मीटिंग में मंजूरी मिलना काफी नहीं होगा। इसके बाद कंपनी को अपने शेयरधारकों की अनुमति लेनी होगी और संबंधित नियामकीय एजेंसियों से भी मंजूरी लेनी पड़ेगी। यह पूरी प्रक्रिया तय नियमों के अनुसार होती है।
Adani Power की मौजूदा स्थिति
कंपनी की मौजूदा स्थिति की बात करें तो Adani Power देश के कई बड़े पावर प्रोजेक्ट्स में शामिल है। गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड और राजस्थान जैसे राज्यों में इसके थर्मल पावर स्टेशन हैं। इसके अलावा सोलर एनर्जी के क्षेत्र में भी कंपनी ने कदम बढ़ा दिए हैं। पिछले कुछ सालों में Adani Power की वित्तीय स्थिति भी मजबूत हुई है और इसका मुनाफा लगातार बढ़ रहा है।
Adani Group की बाकी कंपनियों पर असर
Adani Power के इस संभावित फैसले का असर ग्रुप की दूसरी कंपनियों पर भी पड़ सकता है। बाजार में ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि अगर Adani Power का स्टॉक स्प्लिट सफल रहता है, तो ग्रुप की अन्य कंपनियां भी इसी तरह के कॉरपोरेट एक्शन पर विचार कर सकती हैं।
बाजार की नजरें 1 अगस्त पर टिकीं
अब सभी निवेशकों और बाजार विश्लेषकों की नजरें 1 अगस्त की बैठक पर टिकी हुई हैं। यह मीटिंग न सिर्फ Adani Power के लिए बल्कि इसके शेयरधारकों के लिए भी काफी अहम मानी जा रही है।