कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट ने Rural Opportunities Fund लॉन्च किया। यह ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम ग्रामीण क्षेत्रों में निवेश करेगी। निवेशक ₹500 मासिक SIP या ₹1,000 लंपसम निवेश से लंबी अवधि में संपत्ति वृद्धि का लाभ उठा सकते हैं।
Mutual Funds: कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी (KMAMC) ने 6 नवंबर 2025 से निवेशकों के लिए कोटक रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड लॉन्च किया है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जिसका मुख्य फोकस ग्रामीण और उससे जुड़े क्षेत्रों में निवेश करना है। फंड का उद्देश्य लंबी अवधि में निवेशकों की संपत्ति में बढ़ोतरी करना है। यह स्कीम 20 नवंबर 2025 तक खुली रहेगी। निवेशक न्यूनतम ₹1,000 के लंपसम निवेश या ₹500 के मासिक SIP के माध्यम से इसमें निवेश कर सकते हैं।
फंड की मुख्य डिटेल
कोटक रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड का बेंचमार्क निफ्टी रूरल इंडेक्स TRI (Nifty Rural Index TRI) है। फंड मैनेजर अर्जुन खन्ना इसके निवेश की रणनीति को संचालित करेंगे। फंड का रिस्क लेवल बहुत ज्यादा (Very High Risk) बताया गया है। आवंटन की तारीख से 90 दिनों के भीतर रिडीम या स्विच आउट करने पर 0.5% एग्जिट लोड लागू होगा।
निवेश रणनीति और ग्रामीण अवसर
फंड मैनेजर अर्जुन खन्ना के अनुसार, ग्रामीण थीम पर नजरिया संरचनात्मक रूप से पॉजिटिव है। ग्रामीण आय में सुधार, बेहतर बुनियादी ढांचा और वित्त तथा टेक्नोलॉजी तक बढ़ती पहुंच लगातार और व्यापक विकास के लिए प्लेटफॉर्म तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण अर्थव्यवस्था सिर्फ खेती तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कृषि, मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, सर्विसेज और कंजम्पशन जैसे कई क्षेत्रों में फैली हुई है।
कोटक MF की टीम डाइवर्सिफाइड और बॉटम-अप अप्रोच का उपयोग करके उन बिजनेस की पहचान करेगी, जो ग्रामीण बदलाव को आगे बढ़ा रहे हैं या उससे लाभ कमा रहे हैं। इस प्रक्रिया में निवेशकों को अनुशासित और रिसर्च-आधारित तरीके से भाग लेने का अवसर मिलेगा।
पोर्टफोलियो का निर्माण
फंड का पोर्टफोलियो उन कंपनियों से तैयार किया जाएगा जिनका ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ा जुड़ाव है। इसमें मजबूत और सख्त मानकों का इस्तेमाल होगा ताकि उच्च गुणवत्ता और ग्रोथ वाले शेयर चुने जा सकें। समय-समय पर पोर्टफोलियो की समीक्षा और अपडेट की जाएगी, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नए अवसरों का लाभ उठाया जा सके।
ग्रामीण भारत में बदलाव और विकास
कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने कहा कि ग्रामीण भारत अब केवल खेती तक सीमित नहीं है। यह देश के विकास का नया मोर्चा बन चुका है। वित्तीय समावेशन, डिजिटल कनेक्टिविटी और स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग जैसे बदलाव ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती आय और कंजम्पशन अब भारत की बड़ी आर्थिक कहानी का अहम हिस्सा बन गए हैं।
ग्रामीण भारत तेजी से बदल रहा है। लगभग 40% ग्रामीण लोग खेती के अलावा अन्य कामों में लगे हैं। 2018 से ग्रामीण महिलाओं की नौकरी में भागीदारी लगभग दोगुनी हो गई है, जिससे दोहरी आय वाले परिवारों की संख्या बढ़ी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अब आधे से अधिक खर्च खाने-पीने के अलावा अन्य चीजों पर हो रहा है। यह संकेत देता है कि ग्रामीण क्षेत्र अब आय, उम्मीदों और खर्च के मजबूत केंद्र बन गए हैं।
निवेशकों के लिए अवसर
कोटक रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड निवेशकों को ग्रामीण भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में भाग लेने का अवसर देगा। फंड ग्रामीण विकास से जुड़े कंपनियों में निवेश करके लंबे समय में बेहतर रिटर्न देने की कोशिश करेगा। यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है, जो लंबी अवधि के लिए उच्च जोखिम उठाने में सक्षम हैं और ग्रामीण बाजार की संभावनाओं में विश्वास रखते हैं।
निवेशक ₹500 के मासिक SIP या ₹1,000 के लंपसम निवेश के माध्यम से इस फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं। निवेशकों को निवेश से पहले फंड के रिस्क और उद्देश्य को समझना चाहिए। फंड का उद्देश्य लंबी अवधि में पूंजी वृद्धि है और यह विशेष रूप से ग्रामीण और उससे जुड़े क्षेत्रों में निवेश करता है।













