Airfloa Rail Technology के IPO को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। ₹140 के शेयर आज BSE SME पर ₹266 पर लिस्ट हुए और अपर सर्किट में ₹279.30 तक पहुंच गए, जिससे निवेशकों को लगभग 99.5% का मुनाफा हुआ। कंपनी रेलवे, डिफेंस और एयरोस्पेस सेक्टर के लिए पार्ट्स बनाती है और IPOके पैसे मशीनरी, कर्ज और वर्किंग कैपिटल पर खर्च होंगे।
Airfloa Rail Technology IPO Listing: एयरफ्लोआ रेल टेक्नोलॉजी, जो इंडियन रेलवे और ऐरोस्पेस-डिफेंस सेक्टर के लिए अहम पार्ट्स बनाती है, का IPO 11-15 सितंबर तक चला। ₹140 के भाव पर जारी शेयर आज BSE SME पर ₹266 पर लिस्ट हुए और अपर सर्किट में ₹279.30 तक पहुंच गए, यानी निवेशकों को लगभग दोगुना रिटर्न मिला। IPO 301 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ। कंपनी IPO के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल मशीनरी खरीद, कर्ज कम करने, वर्किंग कैपिटल और अन्य कॉरपोरेट उद्देश्यों पर करेगी।
IPO पर निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस
Airfloa Rail Technology का IPO 11 से 15 सितंबर 2025 तक खुला था। इस IPO को निवेशकों से अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली और यह ओवरऑल 301.52 गुना सब्सक्राइब हुआ। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 214.65 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 349.88 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 330.31 गुना भरा गया।
IPO के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 65.07 लाख नए शेयर जारी किए गए। इन शेयरों के जरिए कुल ₹91.10 करोड़ जुटाए गए, जिनमें से ₹13.68 करोड़ मशीनरी और इक्विपमेंट की खरीदारी में खर्च होंगे। इसके अलावा ₹6.00 करोड़ का इस्तेमाल कर्ज हल्का करने के लिए और ₹59.27 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए किया जाएगा। शेष राशि आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में खर्च की जाएगी।
लिस्टिंग पर निवेशकों को हुआ शानदार मुनाफा
NSE BSE पर Airfloa Rail Technology के शेयरों ने ₹266 पर लिस्टिंग की, जबकि IPO प्राइस ₹140 था। इसका मतलब है कि निवेशकों को शुरुआती दिन ही लगभग 90 प्रतिशत का लाभ मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़ते हुए ₹279.30 के अपर सर्किट तक पहुंच गए। इससे निवेशकों का पैसा लगभग डबल हो गया। इस शानदार लिस्टिंग ने बाजार में कंपनी के प्रति विश्वास को और मजबूत किया।
Airfloa Rail Technology की कारोबारी पहचान
Airfloa Rail Technology की स्थापना दिसंबर 1998 में हुई थी। कंपनी इंडियन रेलवे के रोलिंग स्टॉक के लिए कंपोनेंट्स बनाती है। इसके प्रमुख प्रोडक्शन यूनिट्स में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और अन्य कोच फैक्ट्रीज शामिल हैं। इसके अलावा एयरफ्लोआ ऐरोस्पेस और डिफेंस सेक्टर के लिए भी अहम पार्ट्स बनाती है।
कंपनी ने श्रीलंकाई डेमू, मेनलाइन कोच, आगरा-कानपुर मेट्रो, आरआरटीएस, विस्ताडोम कोच और ट्रेन-18 वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए रोलिंग स्टॉक पार्ट्स बनाए हैं। इसके अलावा एयरफ्लोआ ने इंटीरियर प्रोजेक्ट्स का प्रबंधन भी किया है। कंपनी इंडियन रेलवे की महत्वपूर्ण सप्लायर है। इसके अलावा एएमसीए सिमुलेटर्स और आर्टिलरी टैंक बॉडीज जैसे अहम प्रोजेक्ट्स के लिए भी कंपनी ने कंपोनेंट्स तैयार किए हैं।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2025 में एयरफ्लोआ रेल टेक्नोलॉजी ने ₹25.55 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹192.66 करोड़ की कुल आय दर्ज की। कंपनी के पास ₹59.98 करोड़ का कर्ज है और रिजर्व एवं सरप्लस में ₹93.34 करोड़ जमा हैं। यह वित्तीय स्थिति निवेशकों को स्थिरता और भरोसे का संकेत देती है।
IPO के माध्यम से जुटाए गए पैसों का निवेश कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़ाने और मौजूदा कर्ज को कम करने में किया जाएगा। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और भविष्य में और अधिक प्रोजेक्ट्स के लिए तैयार रहेगी।
निवेशकों के लिए अवसर
Airfloa Rail Technology के लिस्टिंग गेन ने निवेशकों को शुरुआती दिन ही शानदार मुनाफा दिया। कंपनी का IPO नए निवेशकों के लिए आकर्षक साबित हुआ है। रेलवे, डिफेंस और ऐरोस्पेस सेक्टर में कंपनी की मजबूत पकड़ और वित्तीय स्थिति ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है।
निवेशक इस IPO में शामिल होकर न केवल शुरुआती लाभ कमा सकते हैं बल्कि भविष्य में कंपनी की वृद्धि और नए प्रोजेक्ट्स से जुड़े अवसरों का भी लाभ उठा सकते हैं।