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सोसायटी में सीवर सफाई के दौरान फंसे चार मजदूर, एक की मौत

सोसायटी में सीवर सफाई के दौरान फंसे चार मजदूर, एक की मौत

दिल्ली के अशोक विहार में हरिहर अपार्टमेंट में सीवर सफाई के दौरान चार मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आ गए। एक मजदूर की मौत हुई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हैं। सुरक्षा उपकरण न होने का आरोप।
 
नई दिल्ली: दिल्ली के अशोक विहार फेस-2 स्थित हरिहर अपार्टमेंट में सीवर की सफाई के दौरान चार मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आ गए। इस हादसे में 40 वर्षीय अरविंद की मौत हो गई, जबकि सोनू, नारायण और नरेश को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, मजदूरों को बिना सुरक्षा उपकरण के ही सीवर में उतारा गया था।

हादसा कैसे हुआ

पुलिस और अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार देर रात करीब 11:36 बजे सूचना मिली कि हरिहर अपार्टमेंट में चार मजदूर बेहोश हो गए हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि चारों लोग सीवर में फंसे हुए थे। तत्काल उन्हें बाहर निकालकर डी.डी.यू. अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने अरविंद को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य तीन की हालत गंभीर बनी हुई है।

DCP भीष्म सिंह ने बताया कि घटना स्थल पर जहरीली गैस मौजूद थी, जिससे मजदूरों को सांस लेने में परेशानी हुई। आसपास के निवासी भी थोड़ी देर के लिए डर और दहशत में रह गए। हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासनिक टीम ने तुरंत जांच शुरू कर दी।

मजदूरों की पहचान और सुरक्षा की लापरवाही

मृतक अरविंद यूपी, कासगंज का रहने वाला था। वहीं, बचाए गए तीन मजदूरों की पहचान सोनू और नारायण (यूपी, कासगंज) और नरेश (बिहार) के रूप में हुई। पुलिस के शुरुआती आरोपों के अनुसार, मजदूरों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के ही सीवर में उतारा गया था।

इस मामले में अशोक विहार थाना पुलिस ने बृजगोपाल निर्माण कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि कंपनी पिछले कई दिनों से अपार्टमेंट में सीवर की सफाई कर रही थी, लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया। मजदूरों को सुरक्षित ढंग से काम कराने के लिए उपकरण और मास्क उपलब्ध नहीं कराए गए थे।

पुलिस ने फॉरेंसिक जांच और कार्रवाई शुरू की

घटना के तुरंत बाद पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया और साक्ष्य एकत्र किए। डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि कंपनी के प्रबंधक को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि क्या सुरक्षा उपकरणों की कमी और कंपनी की लापरवाही इस हादसे की मुख्य वजह रही।

अधिकारियों का कहना है कि हादसे के दौरान मजदूरों की जान बचाने में आसपास के लोग और सुरक्षा कर्मचारियों की भी भूमिका रही। हालांकि, यह स्पष्ट हो गया है कि यदि सुरक्षा मानकों का पालन किया गया होता, तो इस घटना में जान का नुकसान नहीं होता।

मजदूर सुरक्षा की अनदेखी पर गंभीर सवाल

इस हादसे ने निर्माण और सफाई क्षेत्र में मजदूर सुरक्षा की अनदेखी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जहरीली गैस या सीवर जैसी खतरनाक जगहों पर काम करने वालों को हमेशा उचित सुरक्षा उपकरण और ट्रेनिंग दी जानी चाहिए।

यह हादसा अन्य निर्माण कंपनियों के लिए भी चेतावनी है कि अगर मजदूर सुरक्षा को नजरअंदाज किया गया तो बड़े हादसे हो सकते हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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